ठंड के अटैक से बचने को सीएचसी अधीक्षक डॉ अमित बाजपेई की जनता से अपील
आम जन मानस को बताये ठंड से बचाव के उपाय
सर्दी, जुकाम व गले में खराश के मरीज बढ़े - डॉ अमित बाजपेई
फरधान-खीरी। उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड को लेकर फरधान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ0 अमित बाजपेई की तरफ से जनता से ठंड से बचने के लिए अपील की गई है उन्होंने कहा है कि आप लोग ऐसे समय में अपने घर से कम ही बाहर निकलें।जिले में कड़ाके की ठंड को लेकर इस वक्त लोग काफी परेशान है। यहां शाम ढलते ही चारों तरफ कोहरा ही कोहरा देखने को मिलने लगता है वही सुबह होते ही सर्द हवाएं चलने लगते हैं। जिसकी वजह से लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ता है वहीं जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड को लेकर सीएचसी अधीक्षक डॉ अमित बाजपेई ने जनता से अपील की है कि ऐसे वक्त में आप लोग अपने घरों से कम से कम बाहर निकले अगर आप अपने घर से बाहर निकलते हैं।
तो याद रखें कि आप अपने चेहरे पर गमछा या फिर मफलर लगाए अगर आप बाइक चलाते हैं तो हेलमेट जरूर लगाए जिससे आपको ठंड कम लगे वही अपने पशुओं को बचाने के लिए आप लोगों को अपने घर के ही अंदर बांधे जिससे उनको ठंड ना लगे। इन बातों का आप लोग विशेष ध्यान दें,ठंड लगने पर सरकारी अस्पताल में पहुंचकर तत्काल इलाज कराये।सीएचसी अधीक्षक डॉ अमित बाजपेई ने कहा है कि क्षेत्र में जगह-जगह पर अलाव के इंतजाम किए गए हैं। वहीं प्रशासन के तरफ से गरीब व जरूरतमंद लोगों को कंबल बांटने का काम भी किया जा रहा है।ऐसे में जो लोग गरीब हैं और उनके पास ठंड से बचने के लिए कोई इंतजाम नहीं है।
तो वह कंबल जरूर ले सकता है। वहीं अगर किसी व्यक्ति को ठंड लग गई है। तो वह लापरवाही बिल्कुल ना बरतें ऐसे में उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल में पहुंचना चाहिए जहां पर डॉक्टर के द्वारा अपना इलाज करवाना चाहिए। जरा सी लापरवाही आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकती है।फरधान सीएचसी अधीक्षक डा. अमित बाजपेई ने बताया कि हांड कपाने वाली सर्दी से बुजुर्गों को सावधान रहने की जरूरत है। सर्दी में नशे सिकुड़ जाती हैं और खून का जमाव होता है।सीएचसी अधीक्षक डॉ. अमित बाजपेई ने बताया कि इन दिनों ठंड बढ़ने लगी है।
ऐसे में लोग एहतियात बरतें। बुखार के लक्षण होने पर तुरंत चिकित्सक से जांच करवाएं। थोड़ी सी लापरवाही बीमार कर सकती है। बुखार के साथ-साथ लोगों को गले में खराश की शिकायत हो रही है।सीएचसी अधीक्षक डॉ. अमित बाजपेई ने बताया कि अस्पताल में ज्यादातर मरीज सर्दी, जुकाम, खांसी के आ रहे हैं। उन्हें दवाइयां देकर सर्दी से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं उनका कहना है कि इस मौसम में लोगों को खानपान के साथ कपड़े पहनने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए फिलहाल उपचार से ज्यादा ठंड से बचाव ही उपचार है। उन्होंने बताया कि गर्म कपड़े पहने,सिर में टोपी लगाएं,ठंडी चीजों और बासी भोजन से परहेज करें।
ताजा एवं सुपाच्य भोजन लें वही हाड़ कंपा देने वाली ठंड से बचने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरधान में आने वाले मरीज व उनके तीमारदारो के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है जो निरन्तर जल रहे है।बचाव के उपाय बतलाते हुये चिकित्सक ने कहा कि बच्चों को पूरे बाजू के ऊनी कपड़े पहनाएं, बच्चों को ठंडी चीज खाने के लिए न दें, दूध आदि पेय पदार्थ भी गुनगुना करके दें, बुजुर्ग सुबह-शाम बाहर टहलने न निकलें, हल्की धूप के बाद हल्का ऊनी कपड़ा पहनकर निकलें,जब बाहर टहलने निकलें तो जहां तक संभव हो मास्क लगा लें, धूल और धुआं से बचकर रहें इससे फेफड़ों में संक्रमण की संभावना कम होगी, हृदय और उच्च रक्तचाप वाले मरीज विशेष सतर्क रहें।
टिप्पणियां