विधानसभा अध्यक्ष का व्यवहार अलोकतांत्रिक और राजनीति से प्रेरित: बाबूलाल मरांडी
रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का व्यवहार अलोकतांत्रिक और राजनीति से प्रेरित है। स्थानीय और नियोजन नीति पर राज्य सरकार की ओर से सदन में पेश किए गए बिल के संबंध में मुझे दो शब्द भी बोलने नही देना सदन के एक वरिष्ठ सदस्य के प्रति अपमान है। मरांडी बुधवार को संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र में मंत्री और सांसद भी रहा हूं। लोकसभा और राज्यसभा में यदि कोई वरिष्ठ सदस्य बोलने के लिए हाथ उठाते हैं तो उन्हें बोलने का अवसर जरूर दिया जाता है लेकिन राज्य के महत्वपूर्ण मुद्दा स्थानीय, नियोजन नीति से संबंधित बिल पर तीन बार हाथ उठाने के बाद भी अध्यक्ष ने बोलने का अवसर नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि यदि सदन के नेता और नेता प्रतिपक्ष दोनों को बोलने के बाद किसी सदस्य को यदि विधानसभा अध्यक्ष ने बोलने का अवसर नहीं दिया होता तो मैं समझ सकता था लेकिन केवल मेरे साथ अपमानजनक व्यवहार करना यह अध्यक्ष की निष्पक्षता नहीं। साथ ही कहा कि मैं इसलिए भी दुखी और पीड़ित महसूस कर रहा हूं कि भले विधानसभा अध्यक्ष मुझे भाजपा का नही मानते लेकिन एक विधायक के नाते मैं राज्य के महत्वपूर्ण विषय पर अपनी राय देने का हकदार हूं। आखिर क्षेत्र की जनता ने मुझे इसीलिए तो चुना है।
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