संजीव सुमन होंगे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़
अलीगढ़। 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी संजीव सुमन को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ बनाया गया है। इससे पहले संजीव सुमन मुजफ्फर नगर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात थे। जानें संजीव सुमन जी के बारे में एक कहावत है कि लहरों से डरकर नैया पार नहीं होती कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती इस कहावत को एक एक युवा ने आईपीएस अफसर बनकर चरितार्थ किया माता पिता द्वारा अपने दिल में बेटे को सिविल सर्विसेज का अधिकारी बनाने का सपना संजोया गया था। माता पिता का सपना साकार करने के लिए आईआईटीयन संजीव सुमन जी 2014 बैच के बेटे हाई पैकेज वाली जॉब छोड़कर परीक्षा दी लेकिन वह पहले प्रयास में सफल नहीं हुए तो उन्होंने निडरता का परिचय देते हुए लगातार हिम्मत दिखाते हुए प्रयासों में लगे रहे और अंतः वह सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास करके आईपीएस अधिकारी बन गए। आईपीएस अधिकारी उनके द्वारा किए गए गुडवर्क का दो बार ईनाम मिल चुका है।आईपीएस अफसर को 26 जनवरी 2021 को पुलिस महानिदेशक का प्रशंशा चिन्ह सिल्वर व 15 अगस्त व 2022 को डीजीपी का प्रशंशा चिन्ह गोल्ड मिल चुका है। जी हां हम बात कर रहे हैं आईपीएस अधिकारी संजीव सुमन की । आईपीएस संजीव सुमन मूल रूप से बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। संजीव सुमन का जन्म महेश्वर के परिवार में 30 नवंबर 1986 को हुआ था। जीव सुमन प्रारंभिक शिक्षा से लेकर इंटरमीडिएट तक शिक्षा बोकारो के संत जेवियर स्कूल से पूर्ण की। इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद संजीव सुमन उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए उत्तराखंड के आईआईटी रूढ़की चले गए थे। जहा से उन्होंने कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया संजीव सुमन का सपना एक अच्छी खासी नौकरी करने का था और उनके माता पिता का सपना था की उनका बेटा सिविल सर्विसेज में जाकर लोगो की सेवा करे! बीटेक की पढ़ाई करने के बाद संजीव सुमन को बेंगलूर में एक अमेरिकन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में नौकरी मिल गई थी नौकरी करने के दौरान ही संजीव सुमन के मन में सिविल सर्विसेज में जाने का सपना भी उठ रहा था जो उनको सिविल सर्विसेज में जाने को प्रेरित कर रहा था माता पिता की सलाह लेने के बाद संजीव सुमन ने सिविल सर्विसेज में जाने का फैसला ले लिया हालांकि नौकरी करने के दौरान ही संजीव सुमन को एक हाई पैकेज वाली जॉब का ऑफर मिला लेकिन संजीव सुमन ने उसे ठुकरा दिया क्योंकि उन्हें अपने माता पिता का सपना साकार कर जनसेवा करनी थी। संजीव सुमन ने कंपनी से एक साल का मेडिकल लीव मांगी तो कंपनी ने मना कर दी जिसके बाद उन्होंने अगले दिन नौकरी से इस्तीफा दे दिया था । अच्छी खासी नौकरी छोड़ने के बाद संजीव सुमन सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास करने के लिए तैयारी में जुट गए लेकिन वह पहले अटेम्प्ट में असफल हुए । असफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और संजीव सुमन ने तीसरे अटेंपट में वर्ष 2013 में सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर वह 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी बन गए। आईपीएस संजीव सुमन ने अंडर ट्रेनी के रूप में बुलंदशहर के एक थाने में एस एचओशिप की । आईपीएस संजीव सुमन बागपत और आजमगढ़ में एएसपी रहे । संजीव सुमन बतौर एएसपी बागपत में दिसंबर 2016 से अप्रैल 2018 के बीच रही। संजीव सुमन अप्रैल 2018 से 31अक्टूबर2019तक कानपुर के एडिशनल एसपी वेस्ट रहे। बतौर कप्तान संजीव सुमन को पहली पोस्टिंग हापुड़ जिले मे मिली संजीव सुमन हापुड़ में अक्टूबर 2019 से 1दिसंबर 2020 तक एसपी रहे। फिर लखनऊ में डीसीपी पूर्वी बनाए गए 1 दिसंबर 2020 से 10 नवंबर 2021 तक डीएसपी ईस्ट रहे। 3 अक्टूबर 2021 में लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद लापरवाही बरतने पर हटाए गए एसपी विजय ढुल की जगह पर सरकार ने आईपीएस संजीव सुमन 11 नवंबर 2021 को एसपी लखीमपुर खीरी के पद पर तैनात किया लखीमपुर खीरी में दो सगी बहनों की रेप के बाद हत्या के मामले में जिले के एसपी संजीव सुमन का वीडियो खूब वायरल हुआ था । वीडियो वो लोगो को कानूनी कार्रवाई की धमकी देते नजर आए थे ।
युवा आईपीएस ने चलाया था बागपत में बदमाशो पर चाबुक......
आईपीएस संजीव सुमन ने बागपत में तैनाती के दौरान दो बदमाशो को एनकाउंटर में ढेर करने का काम किया था। इसके अलावा पश्चिमी यूपी के लखटकिया बदमाश अजीत हप्पू को संजीव सुमन ने अपने अधीनस्थों के साथ मिलकर कढ़ी मेहनत के बाद राजस्थान से गिरफ्तार किया था। अजीत हप्पू के विरुद्ध 8 मर्डर और ढाई दर्जन अधिक गंभीर मामले पश्चिमी यूपी के थानों में दर्ज थे। इसके अलावा आईपीएस संजीव सुमन ने आठ ईनामी बदमाशो पर अपना हटर चलाकर उन्हें भी कारगर एक्सप्रेस में रवाना कर दिया था।
अजीत सिंह हत्याकांड के मुख्य शूटर को मुठभेड़ में किया था ढेर........
बताया जाता है पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड का मुख्य शूटर गिरधारी को हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए असलाह की बरामदगी के लिए रिमांड पर लाया गया था इसी दौरान रास्ते में पढ़ने वाले गोमती नगर थाना इलाके खरगापुर रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंचते ही गिरधारी ने सिर झपटते हुए दरोगा अख्तर उस्मानी के चेहरे पर हमला बोल दिया था और पिस्टल छीन ली थी गिरधारी को पुलिस कर्मियों ने पकड़ने का प्रयास किया तो वह पिस्टल से फायर कर भागने की फिराक में था इस दौरान पुलिस की कार्यवाही में वह ढेर हो गया था ।
अल्प समय में ही खोल दी थी ऋषभ तोमर हत्याकांड की पोल.......
हापुड़ जिले के सिंभावली थाने में 22 जुलाई 2020 को हुए ऋषभ तोमर हत्याकांड का हापुड़ के तत्कालीन एसपी संजीव सुमन ने अल्प समय में ही खुलासा कर दिया था। तत्कालीन एसपी संजीव सुमन ने खुलासा करते हुए बताया था कि इकलोते बेटे की हत्या पिता ने 2 लाख रुपए की सुपारी देकर करवाई थी। पुलिस ने पिता सहित दो किलर को दबोचकर कार्यवाही करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था।
डबल मर्डर का खुलासा कर 24 घंटे में मारा था आरोपियों की गिरफ्तारी का छक्का.......
लखीमपुर खीरी निघासन थाना इलाके में की गई दो सगी बहनों की हत्या लखीमपुर के तत्कालीन एसपी संजीव सुमन ने खुलासा करते हुए 6 आरोपियों की 24 घंटे के अंदर दबोचकर उन्हे जेल भेज दिया था। बताया गया कि आरोपियों ने दोनो बहनों को अगवा खेतों में ले जाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था बाद में दुपट्टे से गला घोटकर उन्हे मार दिया था।
यूपी में कावड़ यात्रा के दौरान बेहतरीन नजारा देखने को मिला जब आईपीएस अधिकारी संजीव सुमन कावड़ यात्रियों के साथ भोले बारात चली गाने पर डांस करते नजर आए सोसल मीडिया पर इनकी खूब प्रशंशा हुई।