माक ड्रिल से गंगा में डूबते लोगों का किया गया रेस्क्यू
कानपुर। मानसून ने उत्तर प्रदेश समेत तमाम राज्यों में दस्तक दे दी है। ऐसे में अत्यधिक बारिश होने से गंगा के किनारे बसे गांवों और रहने वाले लोगों को बाढ़ की वजह से गंगा का जलस्तर काफी बढ़ जाता है। जिस वजह से कई बार लोग गंगा में डूब जाते हैं। इसे लेकर बाढ़ आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए गुरुवार को कटरी शंकरपुर सराय स्थित गंगा बैराज के किनारे एक राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया।
यह मॉक ड्रिल उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गृह मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के निर्देशों के क्रम में आयोजित की गई। इस मॉक ड्रिल में जनपद के तीन चयनित स्थलों सरसैया घाट, अतलघाट और बिल्हौर में विभिन्न आपदा परिदृश्यों का अभ्यास किया गया। मुख्य रूप से गंगा नदी में डूबते व्यक्तियों को बचाने के लिए जल बचाव अभ्यास की स्थिति का प्रदर्शन किया गया। जिसमें गंगा बैराज के किनारे सफलतापूर्वक मॉक ड्रिल की गई। इसके अतिरिक्त, मॉक ड्रिल में बाढ़ की पूर्व चेतावनी प्राप्त होने पर ग्राम को खाली कराने और लोगों को चिह्नित राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचाने का अभ्यास भी शामिल था। इस दौरान राहत शिविरों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की प्रक्रिया का भी प्रदर्शन किया गया। जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि आपदा की स्थिति में प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल सहायता मिल सके।
एससीएम-5 राधेश्याम शर्मा ने बताया कि शासन के आदेशानुसार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण निर्देश पर गंगा बैराज स्थित कटरी शंकरपुर सराय स्थित मॉक ड्रिल की गई है। जिसके अंतर्गत बाढ़ की चपेट में आ जाने वाले लोगों को बचाने और उनको उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने से लेकर गंगा में डूबते हुए लोगों मो सही सलामत रेस्क्यू करने की मॉक ड्रिल की गई है। जिसमें सभी लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है।
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