आजमगढ़ व मऊ में हृदय रोग मरीजों को मिलेगा अब उचार

लोहिया संस्थान ने शुरू किया स्टेमी केयर परियोजना

आजमगढ़ व मऊ में हृदय रोग मरीजों को मिलेगा अब उचार

लखनऊ। स्टेमी केयर परियोजना के तहत अब आजमगढ़ और मऊ जिले भी औपचारिक रूप से हब एंड स्पोक कार्डियक आपातकालीन नेटवर्क में शामिल हो गए हैं। इस रणनीतिक विस्तार से पूर्वी उत्तर प्रदेश के मरीजों को समय पर और दिशानिर्देश आधारित हृदयाघात उपचार उपलब्ध हो सकेगा। यह घोषणा डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने की हैं।  

गुरुवार को एक वार्ता के दौरान प्रो.डॉ.भुवन चंद्र तिवारी,विभागाध्यक्ष हृदय रोग विभाग ने बताया कि एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में सीएचसी कादीपुर (सुलतानपुर) स्टेमी केयर कार्यक्रम के अंतर्गत थ्रोम्बोलिसिस करने वाला पहला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना। साथ ही,सीएससी रुदौली (अयोध्या) में अब तक दो सफल थ्रोम्बोलिसिस किए जा चुके हैं, जो ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य संस्थाओं की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है। उन्होंने बताया अब तक लोहिया हब के अंतर्गत कुल 23  हृदयाघात मरीजों का थ्रोम्बोलिसिस किया जा चुका है, जो इस परियोजना की प्रभावशीलता और सफलता को प्रमाणित करता है।

डॉ.भुवन के मुताबिक,स्टेमी केयर (एसटी-एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फार्क्शन कोऑर्डिनेटर एक्यूट रिस्पांस एंड अर्ली इंटरवेंशन) एक सरकारी,प्रोटोकॉल है जो हब और स्पोक प्रणाली पर कार्य करता है। जिसमें ईसीजी,टेनेक्टेप्लेस द्वारा तत्काल थ्रोम्बोलिसिस,लोहिया संस्थान हब पर रेफरल और स्थानांतरण की संरचित प्रक्रिया हालांकि यह प्रणाली उपचार में देरी को कम करती है और विशेषकर ग्रामीण तथा अर्ध-शहरी क्षेत्रों में हृदयाघात से जीवन रक्षा की संभावना को बढ़ाती है।

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां