50 प्रतिशत कैंसर रोगियों में दर्द की दवा की जरूरत
मार्फिन की पड़ सकती है आदत : डॉ सरिता
लखनऊ। रेडियोथेरेपी केजीएमयू में नर्सिंग ऑफिसर्स को दर्द निवारक दवाओं के उपयोग की ट्रेनिंग दी गई। कैंसर के लगभग 50 से 55 प्रतिशत रोगियों में दर्द की शिकायत रहती है। इन रोगियों में दर्द निवारक दवाओं का प्रयोग किया जाता है। यह दर्द कई बार सामान्य दवाओं से ठीक नहीं होता। दर्द का उपचार यदि वैज्ञानिक रूप से किया जाए तो ना केवल रोगी को दर्द से मुक्ति मिलेगी अपितु उसके शरीर को नुकसान भी कम पहुंचेगा।
निश्चेतना विभाग से डॉ सरिता ने कहा कि मार्फिन का उपयोग काफी सावधानी से करना चाहिए। कैंसर के रोगियो में यह कारगर है। रोगी को इस दवा की आदत पड़ सकती है। इसकी मात्रा को नियंत्रण में रखना चाहिए। नसों में जितनी मात्रा में दवा काम करती है उससे तीन गुनी खुराक की जरूरत खाने वाली दवा में पड़ती है। रोगी से प्यार भरा संवाद एक उपचार है।
ना तो रोगी को बेवजह की मीठी बातों से दिल खुश करने वाली बात करें और ना ही बुरी सच्चाई को उसके सामने जग जाहिर करें। इस ट्रेनिंग कोर्स को रेडियोथेरेपी विभाग से डॉ राजीव गुप्ता, डॉ सुधीर सिंह, डॉ राजेंद्र कुमार, डॉ मृणालिनी वर्मा, निश्चेतना विभाग से डॉ मोनिका कोहली, डॉ सरिता सिंह एवं सर्जिकल ऑनकोलॉजी से डॉ विजय कुमार द्वारा चलाया गया।
टिप्पणियां