ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं : नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री ने दाहोद में जनसभा को किया संबोधित
- मोदी ने सरकार की 10 साल की उपलब्धियों को गिनाया
- अब नई टेक्नोलॉजी देश की युवा पीढ़ी भारत में तैयार कर रही
दाहोद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने बच्चों के सामने पिता को गोली मार दी। इससे हमारा खून खौल उठा। आतंकवादियों ने 140 करोड़ भारतीयों को चुनौती दी थी, इसलिए वहीं किया गया जिसके लिए देशवासियों ने उन्हें प्रधान सेवक की जिम्मेदारी दी थी। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं है, यह भारतीयों के संस्कारों और भावनाओं की अभिव्यक्ति है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को दाहोद में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कई विभागों की लगभग 24 हजार करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
इसके बाद एक जनसभा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम की आतंकी घटना के बाद तीनों सेनाओं को खुली छूट दी गई और देश के शूर-वीरों ने वह कर दिखाया, जो दुनिया ने पिछले कई दशकों से नहीं देखा था। सीमा पार चल रहे 9 सबसे बड़े आतंकी ठिकानों को ढूंढ निकाला। आतंकियों ने 22 अप्रैल को जो खेल खेला था, 6 मई को उन्हें मिट्टी में मिला दिया गया। पाकिस्तान की सेना ने जब दुस्सासह दिखाया तो हमारी सेना ने पाकिस्तानी सेना को भी धूल चटा दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि बंटवारे के बाद जिस देश का जन्म हुआ उसका एक मात्र लक्ष्य भारत से दुश्मनी है, नफरत है और भारत का नुकसान करना है। जबकि भारत का लक्ष्य अपने यहां की गरीबी को दूर करना, अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और विकसित भारत बनाना है। हम इसी दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने रेलवे और विकास प्रकल्पों के लोकार्पण और भूमिपूजन के बाद आयोजित गुजरात के आदिवासी पट्टे उमरगाम से अंबाजी में आए बदलाव का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था जब गुजरात के आदिवासी पट्टे में 12वीं कक्षा तक का एक भी स्कूल नहीं था, लेकिन आज स्थिति पूरी तरह से बदल गई है। उन्होंने गुजरात के लोगों से स्वदेशी अपनाने की अपील की। सरकार का मूल उद्देश्य है कि जो भी क्षेत्र विकास में पीछे छूट गए हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर विकास किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात के शत-प्रतिशत रेल नेटवर्क का बिजलीकरण पूरा होना भी एक बड़ी उपलब्धि है। दाहोद के साथ अपने संबंधों की चर्चा कर प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका दाहोद के साथ रिश्ता राजनीति में आने के बाद नहीं बना है, बल्कि यह लगभग 70 साल पुराना है। जब उन्हें दो-दो, तीन-तीन पीढ़ियों के साथ काम करने का अवसर मिला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब नई टेक्नोलॉजी देश की युवा पीढ़ी भारत में तैयार कर रही है। कोच, लोकोमोटिव पहले विदेश से लाना पड़ता था, आज भारत रेलवे के साथ जुड़े कई चीजों को बनाकर दुनिया में अहम निर्यातक बन गया है। ऑस्ट्रेलिया आदि देशों को भारत में बने कोच निर्यात हो रहे हैं। मैक्सिको, स्पेन, जर्मनी, इटली आदि देशों में रेलवे के छोटे-बड़े उपकरण निर्यात हो रहे हैं। यह काम एमएसएमई बना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेड इन इंडिया लोकोमोटिव-इंजन भारत कई देशों में निर्यात कर रहा है। मेड इन इंडिया जिस गति से विकास कर रहा है, भारत गर्व से सिर ऊंचा कर रहा है।
उन्होंने लोगों से विदेशी सामान के इस्तेमाल बंद करने का आह्वान किया। गणपति में छोटी आंख वाली गणपति बाहर से मंगवाते हैं, यह बंद होना चाहिए। जब रेलवे मजबूत होगी तो सुविधा भी बढ़ेगी, इसका लाभ उद्योग, खेती, विद्यार्थी और महिलाओं को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि रेलवे के नए रूट का लोकार्पण किया गया है। दाहोद और वलसाड के बीच एक्सप्रेस ट्रेन शुरू किया गया है। रेलवे रूट के सभी जगह पहुंचने से इसका लाभ दाहोद के आदिवासी जनता को होगा।इस मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने भी संबोधित किया।
टिप्पणियां