सिंधु जल समझौते पर अभी कार्रवाई शुरू नहीं की, वे पहले ही घबरा गए : मोदी

सिंधु जल समझौते पर अभी कार्रवाई शुरू नहीं की, वे पहले ही घबरा गए : मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान आतंक के जरिये भारत के साथ कोई प्रॉक्सी वॉर नहीं, बल्कि योजनाबद्ध युद्ध लड़ रहा है। उन्होंने पड़ोसी देश को चेताया कि इसका जवाब भी उसी तरीके से दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के शहरी विकास की 20 वर्षों की यात्रा के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भाग लिया और शहरी विकास वर्ष 2025 का शुभारंभ किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंधु जल समझौता भारत के हित को कई तरह से प्रभावित कर रहा था। अभी हमने इसे केवल स्थगित किया है। पाकिस्तान में इसको लेकर घबराहट है। उन्होंने समझौते की शर्तों पर आश्चर्य जताया और कहा कि भारत सबका भला चाहता है। उन्होंने कहा कि 1960 की सिंधु जल संधि में यह तय हुआ था कि जम्मू-कश्मीर की नदियों पर बने बांधों की सफाई नहीं की जाएगी। 60 साल तक इनके गेट नहीं खुले, लेकिन हमने थोड़ी सफाई शुरू की, गेट थोड़े खोले और पाकिस्तान में बाढ़ आ गई। अभी तो हमने पूरी कार्रवाई शुरू ही नहीं की है और वे पहले ही घबरा गए हैं। प्रधानमंत्री देश विभाजन को भारत की पीड़ा का मूल कारण बताते हुए कहा कि 1947 में मां भारती के अंग काट दिए गए, जबकि जंजीरें कटनी चाहिए थीं। उसी रात कश्मीर पर पहला आतंकी हमला हुआ और पाकिस्तान ने मुजाहिदीनों के जरिये भारत का हिस्सा हड़प लिया। अगर तब ही सख्त कार्रवाई की गई होती, तो 75 वर्षों का यह आतंकवाद न झेलना पड़ता।

उन्होंने कहा, एक कांटा पूरे शरीर को पीड़ा देता है और हमने तय कर लिया है कि अब वह कांटा निकालकर ही दम लेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद का रास्ता प्रॉक्सी वॉर नहीं, बल्कि एक सोची-समझी युद्ध रणनीति है। उन्होंने कहा कि 6 मई की रात को मारे गए आतंकवादियों को सम्मान देना, उनके ताबूतों पर पाकिस्तानी झंडे लपेटे जाना और वहां की सेना का उन्हें सलामी देना यह साबित करता है। उन्होंने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी, आप वॉर ही कर रहे हैं, तो उसका जवाब भी वैसे ही मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से भारत के खिलाफ चलाए जा रहे युद्ध की एक पृष्ठभूमि है। सीधा युद्धों में हार के चलते उसे एहसास हुआ कि वे सीधे युद्ध में भारत से नहीं जीत सकता, इसलिए उन्होंने आतंकवाद को एक रणनीतिक हथियार के रूप में अपनाया। आतंकवादी सिर्फ भाड़े के लड़ाके नहीं हैं। वे पाकिस्तान की सेना से जुड़े और उनके निर्देश पर काम करने वाले लोग हैं। अब जब वे खुलेआम युद्ध जैसा व्यवहार कर रहे हैं, तो भारत भी उन्हें उसी तरह निर्णायक और सशक्त जवाब देगा ।

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