दिव्यांग देवलाल के चेहरे पर लौटी मुस्कान
रायपुर। निदान कार्यक्रम से कई दिव्यांगों को फायदा हुआ और उनकी मुस्कान फिर लौट आई है। धमतरी जिले में निदान कार्यक्रम के तहत शिविर लगाकर दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण, कैलीपर्स, श्रवण यंत्र, ट्रायसायकिल प्रदान किया गया। इससे कई दिव्यांगों को फायदा मिला है। मगरलोड विकासखंड के ग्राम भेण्ड्री निवासी दिव्यांग देवलाल साहू ने बताया कि शिविर में लगाया गया नकली पैर बहुत ही सुविधाजनक है, इसे पहनने में कोई दिक्कत नहीं होती है। निदान ने उन्हें चलने-फिरने में सक्षम बना दिया है। उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए ऐसे सार्थक निदान कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को धन्यवाद दिया है।
देवलाल ने बताया कि चार साल पहले वे अपने रिश्तेदार की शादी में बारात गये हुए थे, तब एक बस ने रिवर्स होते हुए उनके दायें पैर में टक्कर मार दी, जिसके कारण उनके घुटने की हड्डी पूरी तरह टूट गयी, और उनका पैर काटना पड़ा। वे पैर कटने के बाद बेहद ही असहाय महसूस करने लगे थे। छोटे-छोटे कामों के लिए भी दूसरों के भरोसे रहना पड़ता था। जीवन यापन में भी दिक्कत आ रही थी। इसलिए उन्होंने गांव में ही छोटी सी दुकान खोल ली, जिससे दैनिक जरूरतें पूरी होने लगीं और ध्यान में दुकानदारी में लगने लगा। उन्हें एक पैर से चलने में दिक्कत होती थी, इसलिए उन्होंने रायपुर में साधारण खर्च पर नकली पैर लगवाया। यह पैर ज्यादा सुविधाजनक नहीं होने से उन्हें चलने में दिक्कत होती थी। तभी एक परिचित ने दिव्यांगजों के लिए आयोजित निदान शिविर की जानकारी दी। देवलाल निदान शिविर में पहुंचे। शिविर में चिकित्सकों से आवश्यक जांच कराकर कुछ ही घंटों में उनकों जयपुर पैर लगा दिया। जिससे उन्हें चलने में कोई परेशानी नहीं हो रही है।
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