
कैमूर। जिला महात्मा फुले समता परिषद के तत्वाधान में बिहार लेनिन शहीद जगदेव बाबू की जयंती समारोह आदर्श ग्राम अंदौली समदा बाजार में जिलाध्यक्ष दिनेश कुशवाहा की अध्यक्षता एवं उदय कुशवाहा के संचालन में आयोजित किया गया।इस अवसर पर जगदेव बाबू के प्रतिमा स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।जयंती सिर्फ तस्वीर पर माल्यार्पण कर मनाया नहीं गया बल्कि जयंती समारोह में उपस्थित जनसमूह ने संकल्प लेते हुए उनके दिए संदेशों पर चलने का निर्णय भी लिया।
जयंती समारोह को संबोधित कर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महात्मा फुले समता परिषद के प्रदेश महासचिव प्रशांत पंकज ने कहा कि महात्मा फुले समता परिषद यह समझती है कि शहीद जगदेव बाबू के आदर्शों पर चलने का भरोसा देकर बिहार की राजनीति में सत्ता पर आसीन लोग आज उनको ही भूला देने का काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सत्ता में आसीन जेडीयू पिछले दिनों महात्मा फुले समता परिषद के साथ मिलकर कई कार्यक्रम कर चुकी है। लेकिन जब शहीद जगदेव बाबू की जयंती मनाने का फैसला जब महात्मा फुले समता परिषद ने किया तब न सिर्फ संगठन के संरक्षक उपेंद्र कुशवाहा को संगठन के कार्यक्रम में नहीं शामिल होने का निर्देश जारी किया गया। बल्कि पार्टी के स्तर पर किसी आयोजन का निर्देश नहीं जारी किया गया। आश्चर्य तो यह है कि यह निर्देश पटना के एक सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से लेकर तमाम मंत्री और नेता शामिल हुए।महात्मा फुले समता परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष चंदन बागची ने कहा कि संगठन के मुख्य संरक्षक जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष शहीद जगदेव प्रसाद के पद चिन्हों पर चलकर सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ा रहा है। जिसे कुचलने की बड़ी साजिश की जा रही है। इस साजिश को महात्मा फुले समता परिषद के कार्यकर्ता और नेता पर्दाफाश करेगी।
जिलाध्यक्ष दिनेश कुशवाहा ने कहा कि सौ में शोषित नब्बे है।नब्बे भाग हमारा है लेकिन 90 भाग पर आज तक कब्जा नहीं हो पाया है। इसलिए आज संकल्प लेना है की जगदेव बाबू के अधूरे सपना को पूरा करना है। समारोह को पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने संबोधित कर कहा कि शहीद जगदेव बाबू हमेशा हर वर्ग के शोषित पीड़ित के लिए हमेशा संघर्षरत रहे।उसे संघर्ष को हम सबों को आगे बढ़ाने का काम करने की जरूरत है।