रैन बसेरों का संचालन प्रारम्भ:- जिलाधिकारी अंकित कुमार
बिजनौर। जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने राहत आयुक्त उ०प्र० लखनऊ के निर्देशों के अनुपालन में निर्देश दिए कि शीतलहरी,ठण्ड, पाला रात्री में तापमान 15 डिग्री से भी कम होने लगा है, के दौरान निराश्रित, असहाय एवं कमजोर गरीब व्यक्तियों व परिवारों को कम्बल क्रय करते हुए शीतलहर के दौरान ठंड से बचाव के लिए दैनिक कम्बल वितरण का कार्य, अलाव जलाने एवं शेल्टर होम, रैन बसेरों का संचालन प्रारम्भ किये जाने एवं प्रदेश में तेजी से बढ़ते ठण्ड के बीच निराश्रितों व बुजुर्गों, यात्रियों सहित आम जनजीवन की सुरक्षा और सहायता के लिए कार्यवाही की जायें।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठण्ड के मौसम में सड़क पर कोई भी व्यक्ति सोता हुआ नजर न आएं हर जरूरतमंद को रैन बसेरे की सुविधा उपलब्ध कराएं, वरिष्ठ अधिकारीगण रैन बसेरों की व्यवस्था का नियमित निरीक्षण करें तथा जहां आवश्यकतानुसार वहां सुधार कराएं। सभी रैन बसेरों में साफ-सफाई, सैनीटाइजेशन सुनिश्चित किया जाएं, रैन बसेरों में बिस्तर आदि के पर्याप्त प्रबंध हो तथा पुलिस विभाग द्वारा भी रैन बसेरों की सुरक्षा के लिए आवश्यक प्रबंध किये जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की समुचित व्यवस्था हो।
कम्बल का वितरण जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराया जाये। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि रेडियो,व्हाट्सएप, समाचार पत्र एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से भी तहसील, ब्लाक एवं ग्राम स्तर पर जन जागरूकता कार्यक्रम कराएं।उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठंड से बचाव के लिए कम्बल वितरण, अलाव तथा रैन बसेरों के सम्बन्ध में उपरोक्त कार्यवहियां करना सुनिश्चित करें तथा जिला आपदा विशेषज्ञ प्रत्येक दिन जिले की सभी तहसीलों से प्रगति की रिपोर्ट प्राप्त कर शाम 4ः00 बजे तक प्रत्येक दशा में राहत आयुक्त की वेबसाइट rahat.up.nic.in पर अपलोड कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि शीतलहर से बचने के लिए शासन द्वारा दिये गये निर्देशो के कम में निराश्रित कमजोर वर्ग के व्यक्तियों एवं ऐसे जरूरतमंन्द व्यक्तियों जिनके पास ठहरने की सुविधा नहीं है, तथा विशेष रूप से जो व्यक्ति चिकित्सा एवं रोजगार आदि के लिए बाहर से आये है, उनके लिए विशेष व्यवस्था की जाये। उन्हें खुले में अथवा फुटपाथ एवं सड़को के डिवाईडर पर न सोना पड़े, तथा कोई निराश्रित व्यक्ति जनपद में खुले में सो रहा है, तो उसको निकटतम सेल्टर होम, रैनबसेरे में पहुंचाया जायें। जनपद में यदि किसी भी स्थान पर कोई भी व्यक्ति खुले में सोता हुआ पाया गया, अथवा शीतलहर ठण्ड से किसी प्रकार की जनहानि होती है तो इसका पूर्ण उत्तरदायित्व संबंधित का होगा।
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