इसराइल से अरबों की हार क्यों? मुहम्मद आफाक़
लखनऊ। राष्ट्रीय सामाजिक कार्य कर्ता संगठन के संयोजक मोहम्मद अफाक ने अपने बयान में कहा कि मीडिया के माध्यम से ऐसी खबरें आ रही हैं कि इस समय इजराइल पर कई तरफ से हमला हो रहा है, लेबनान से हिजबुल्लाह हमला कर रहा है। यमन के अंसार उल्लाह ने नाकों में दम कर रख्खा है। हमास गाजा पट्टी में जोरदार हमले कर रहा है। फिलिस्तीनी मुसलमान वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों पर हमला कर रहे हैं। इजरायली लोग युद्धविराम की मांग कर रहे हैं।
दबाव बढ़ता जा रहा है।वैसे ही पूरी दुनिया के लोग सीजफायर की मांग कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में 153 देशों ने सीजफायर का समर्थन किया है। इजराइल का नुकसान भी ज्यादा है। सब कुछ के बावजूद इजराइल गाजा पट्टी, लेबनान और सीरिया पर लगातार हमले कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक इजरायली साजिश हो सकती है कि इजरायली सरकार कुछ दिनों के युद्धविराम के बाद इन यहूदी कैदियों को रिहा करा लें और फिर गाजा पट्टी पर मुसलमानों पर बमबारी और उनका नरसंहार करें।
अंत में मुहम्मद अफाक ने कहा कि फिलिस्तीनी मुसलमान आजादी की चाहत में अपनी जान और माल की कुर्बानी दे रहे हैं. लेकिन ओ.आई.सी और संयुक्त राष्ट्र ने इजराइल पर दबाव बनाने की कोई कोशिश नहीं की हैं। इस बात पर सहमत हों कि विशेष रूप से इजराइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई हो रही है। यह विश्वास किया जा सकता है कि वे किसी भी रूप में अपने ऊपर विनाश दिखाकर फिलिस्तीन और गाजा पट्टी को पूरी तरह से नष्ट कर दें।