प्राकृतिक खेती के ऊपर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

प्राकृतिक खेती के ऊपर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

 कृषि विज्ञान केंद्र विक्रमगंज ने प्रखंड तूर्ति में प्राकृतिक खेती के ऊपर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ शोभा रानी के निर्देशन में सभी वैज्ञानिक  एवं किसने की उपस्थिति में किया गया। इस कार्यक्रम में वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ शोभा रानी ने किसानों को जागरुक करते हुए प्राकृतिक खेती के प्रति रुझान पैदा करने एवं रसायन मुक्त खेती के लिए उत्प्रेरित किया साथी कहा कि अगर देसी गाय के गोबर, गोमूत्र, बेसन और गुड़ के द्वारा तैयार किए हुए जीवामृत, घन जीवामृत बिजामृत, दशपर्णी अर्क , आग्नेयास्त्र इत्यादि के माध्यम से खेती किया जाए तो कम लागत के साथ-साथ गुणवत्ता युक्त उत्पाद भी प्राप्त होगा जो की मानव स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर सार्थक परिणाम देगा। आर के जलज ने किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति जागरुक करते हुए देसी गाय की महत्ता एवं उसके द्वारा बनाने वाले जैविक उत्पादों के बारे में चर्चा की। डॉ रमाकांत ने बिजामृत ,जीवामृत , घन जीवामृत, फफूंदनाशी ,कीटनाशी बनाने की विभिन्न तरीकों के बारे में बताया। डॉ रतन कुमार ने प्रकृति द्वारा उत्पादित विभिन्न जीवाणुओं का सदुपयोग करने के लिए प्रकृति खेती के महतता पर विशेष योगदान दिया। इस कार्यक्रम में तुर्की ग्राम के लगभग 60 किसानों ने अपनी सहभागिता दी जिसमें गुलाब कुमार सिंह,  बाला सिंह ने प्राकृतिक खेती करने हेतु अपने आप को सक्रिय किया और प्राकृतिक खेती करने का संकल्प लिया और किसानों को भी जागरूक करने का आश्वासन दिया। गुलाब लाल सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र एवं बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर को इस कार्य हेतु तूर्ती ग्राम का चयन करने के लिए विशेष आभार व्यक्त किया।
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