भारतीय सेना देश के 140 करोड़ लोगों की शक्ति और साहस का प्रतीक- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने नो योर आर्मी फेस्टिवल का किया शुभारंभ
- समारोह में ले.ज.एनएस राजा सुब्रमणि, स्वतंत्र देव सिंह,दुर्गा शंकर मिश्र रहे मौजूद
लखनऊ। राजधानी के कैंट स्थित सेना दिवस समारोह को यादगार बनाने का शिलशिला शुरू हो गया है। शुक्रवार को सेना दिवस समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय नो योर आर्मी फे स्टिवल समारोह को उप्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फीता काटकर शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने तिरंगा रंग के गुब्बारे छोड़कर समारोह का आगाज किया। उद्घाटन समारोह के दौरान मध्य कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि एवीएसएम, एसएम, वीएसएम, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा उपस्थित थे। इस अवसर को विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों, एनसीसी कैडेटों और लखनऊ के नागरिकों की उत्साही भागीदारी मौजूद रहे। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेराष्ट्र की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारतीय सेना देश के 140 करोड़ लोगों की शक्ति और साहस का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि एक मजबूत सेना ही एक सुरक्षित और संप्रभु राष्ट्र की परिकल्पना को साकार कर सकती है।
मुख्यमंत्री ने दूसरी बार देश की राष्ट्रीय राजधानी से बाहर आयोजित किए जा रहे सेना दिवस के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि 76वें सेना दिवस परेड की मेजबानी के लिए मध्य कमान को चुना गया है, जिसका मुख्यालय लखनऊ में है। उन्होंने बताया कि यह राज्य के युवाओं के लिए भारतीय सेना को करीब से जानने और सेना के शौर्य और पराक्रम से प्रेरित होने का अवसर है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार सेवारत एवं सेवानिवृत्त सैनिकों के हितों के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजा सुब्रमणि ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस वर्ष सेना दिवस परेड की मेजबानी करना मध्य कमान और लखनऊ शहर के लिए गर्व का क्षण था। परंपरागत रूप से सेना दिवस परेड 2022 तक दिल्ली में आयोजित की जाती थी। इस कार्यक्रम को दिल्ली से बाहर स्थानांतरित करने के निर्णय का उद्देश्य देश के सभी क्षेत्रों में भारतीय सेना के बारे में समझ को बढ़ावा देना है। आर्मी कमांडर ने यह भी आश्वस्त किया कि भारतीय सेना और मध्य कमान इस क्षेत्र में सीमाओं पर सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है।
आर्मी कमांडर ने स्कूली बच्चों और एनसीसी कैडेटों के साथ बातचीत करते हुए सैन्य प्रौद्योगिकी में प्रगति को समझने और उसकी सराहना करने के महत्व पर जोर दिया। ज्ञात हो कि नो योर आर्मी फेस्टिवल में दर्शकों के लिए जिसमें मार्शल आर्ट और नवीनतम सैन्य उपकरणों का शानदार प्रदर्शन किया गया है। जिसमें टी-90 टैंक, भारतीय सेना का मुख्य युद्धक टैंक, स्वदेशी के-9 वज्र स्व-चालित आर्टिलरी बंदूक और भारत में ही निर्मित हथियार लोकेटिंग रडार स्वाति शामिल हैं। इस कार्यक्रम में स्वदेशी रूप से निर्मित संस्करणों के साथ आत्मनिर्भर भारत की तकनीक-संचालित सेना को भी गर्व से प्रदर्शित किया गया। इसके अतिरिक्त, इनफार्मेशन काउंटरों की एक श्रृंखला, सैन्य प्रदर्शन और एक रोमांचक प्रतियोगिता भी इस कार्यक्रम शामिल किया गया ।