मुरादाबाद का न्यूनतम तापमान चार डिग्री पहुंचा, ठंड से ठिठुर रही पीतलनगरी
मौसम विशेषज्ञ बोले, अभी सप्ताह भर मौसम में उतार-चढ़ाव रहेगा और बढ़ेगी ठिठुरन
मुरादाबाद। शीत लहर का सितम मुरादाबाद जनपद में दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को मुरादाबाद का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। बीते दो दिन से चल रही शीत लहर से जहां पूरी पीतलनगरी ठिठुर रही थी। वहीं शुक्रवार को न्यूनतम पारा दो डिग्री गिर जाने से लोगों को घरों में कैद कर दिया। आज अधिकतम तापमान 15 डिग्री रहने का अनुमान है। सात घंटे प्रति किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं पश्चिम से पूर्व की तरफ चल रही हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी सप्ताह भर मौसम में उतार-चढ़ाव रहेगा और शीत लहर से ठिठुरन और बढ़ेगी। शीत लहर रुकने के बाद ही दिन में तेज धूप निकल सकती है।
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर पश्चिमी यूपी में दिख रहा है। तेज हवा के चलने से कोहरा तो छठ गया लेकिन अत्यधिक शीत हवा ने सभी को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मुरादाबाद में तीन दिन से कोहरा तो नहीं है, लेकिन शीत लहर का असर इतना चल रहा है कि हाड़ कांप गए। हाड़ कंपा देने वाली ठंड से अभी राहत नहीं मिल रही है। शीत लहर से बचने के लिए बच्चे और बुजुर्ग घर की चार दीवारी में दुबकने के लिए मजबूर हैं। घरों रूम हीटर, लकड़ी और कोयले जलाकर लोग ठंड से कुछ राहत ले रहे हैं। बाजारों में गर्म कपड़ों की खरीदारी बढ़ गई है।
आज सुबह रेलवे स्टेशन, रोडवेज, फुटपाथ, प्रमुख चौराहों आदि स्थान पर रहागीर, असहाय, गरीब, रिक्शा चालक, ठेले वाले आदि लोग सड़कों के किनारे आग जलाकर हाथ सेंकते नजर आ रहे हैं।मौसम विशेषज्ञ डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि आसमान में बादल छा रहे हैं, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ कमजोर रहने के कारण बारिश नहीं हो पा रही है। बादल होने के कारण सूरज भी नहीं निकल पा रहा है। जब तक बारिश होगी तब तक हाड़ कंपकंपा देने वाली ठंड और शीतलहर से राहत नहीं मिलेगी। मुरादाबाद में आज दोपहर दो बजे के लगभग सूरज देवता के दर्शन हो सकते हैं लेकिन धूप बहुत ही हल्की रहेगी।
शीतलहर के चलते कोल्ड डायरिया और निमोनिया के मरीज बढ़े:-
जिला अस्पताल के फिजिशियन व ब्लड बैंक प्रभारी डॉ राजेंद्र सैनी ने शुक्रवार को बताया कि ठंड के चलते अस्पताल में बुखार, कोल्ड डायरिया, निमोनिया के मरीजों की संख्या अधिक आ रही है। मरीजों को इलाज के साथ ठंड से बचने की सलाह दी है। सुबह खुले में टहलने न जाएं। बुजुर्गों को इस ठंड में और सावधानी बरतने की जरूरत है। हृदयरोगी चिकित्सक की सलाह से दवा का नियमित सेवन करें। रक्तचाप की जांच कराते रहें। हीटर, ब्लोअर चलाते समय घर की खिड़की थोड़ा खुला रखें। गुनगुना पानी पीना चाहिए। गंभीर बीमारियों के मरीज अपनी दवा बंद न करें।
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