केजीएमयू में मरीज की मौत के बाद हंगामा
ऑक्सीजन और उपचार न देने का आरोप
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में 29 साल के युवक की मौत हो गई। उसकी बहन ने समय पर ऑक्सीजन और उपचार नहीं मिलने का आरोप लगाया। उसका चीखते-चिल्लाते हुए वीडियो सामने आया है। उसमें वह भाई को इलाज नहीं मिलने की बात कह रही है। जोर-जोर से चीख कर गार्डों पर मारपीट और जबरदस्ती करने का आरोप लगा रही है। वीडियो रविवार का है।
हालांकि, केजीएमयू प्रशासन का दावा है कि वीडियो की जांच में मारपीट की बात सामने नहीं आई है। अलीगढ़ के बन्नापुर के रहने वाले 29 वर्षीय सुमित को शनिवार को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया था। परमानेंट हिप्नोटिक फैलियर के पेशेंट सुमित की हेपेटाइटिस सी रिपोर्ट भी पॉजिटिव थी। आईएनआर वैल्यू 7 था। शरीर में मल्टीपल ब्लीडिंग हो रही थी। उसे इंट्यूबेट किया गया। आईसीयू में उसका उपचार चल रहा था। उसकी तबीयत बिगड़ती गई। रविवार देर रात उसकी कंडीशन बेहद नाजुक हो गई। इस बीच उसे सीपीआर सपोर्ट भी दिया गया, लेकिन सोमवार सुबह पौने आठ बजे उसकी मौत हो गई। सोमवार को उसकी बहन शाइनी का वीडियो सामने आया। जिसे उसने रविवार रात में भाई की तबीयत बिगड़ने पर बनाया था।
पीड़ित परिजनों का आरोप है कि मरीज को बेहद गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर लाया गया था। मरीज की सांस टूट रही थी। डॉक्टर कोई सुनवाई नहीं कर रहे थे। जब ऑक्सीजन सपोर्ट देने की गुहार लगाई तो डॉक्टर और स्टाफ भड़क गए। इस बीच जैसी से परिजन की तरफ से मोबाइल निकाला गया तो तुरंत गार्ड ने झपट्टा मारा। वह मोबाइल छीनने लगा। ट्रॉमा सेंटर के स्टाफ ने निडिल से हमला किया। डॉक्टरों के मुताबिक, मरीज अल्कोहल, स्मोकिंग जैसी लत का आदी था। इससे उसका लिवर परमानेंट फैलियर की कंडीशन में था।
केजीएमयू प्रवक्ता प्रो. के.के. सिंह का कहना है कि वीडियो की जांच की गई है। मारपीट का कोई स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिला है। वीडियो में गार्ड सिर्फ महिला की ओर जाते नजर आ रहे हैं। इसमें किसी प्रकार की आक्रामकता नजर नहीं आ रही है। वीडियो बनाने वाले ने हमला करने का आरोप लगाया है, लेकिन वीडियो में ऐसा कुछ नहीं है। वीडियो में ट्रॉमा सेंटर के सभी बेड भरे दिख रहे हैं। क्षमता से डेढ़ गुना अधिक मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो शनिवार का लग रहा। किसी के साथ मारपीट नहीं हुई है।
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