रात से लापता युवक का पहाड़ी पर मिला शव, ग्रामीणों ने जताया विरोध
चित्तौड़गढ़। जिले के मंडफिया थाना क्षेत्र ने आने वाले टांडीखेड़ा गांव में शनिवार रात से लापता एक युवक का शव गांव की ही एक पहाड़ी पर मिला है। शव पर रक्त बहता देख ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताई है। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुवे शव को नहीं उठाने दिया है। करीब पांच घंटे से शव पहाड़ी पर ही पड़ा हुआ है और बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित होकर वारदात का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार की मांग कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार मंडफिया थाना क्षेत्र में आने वाले टांडीखेड़ा गांव निवासी कालू (36) पुत्र झमकलाल शर्मा शनिवार रात को घर नहीं पहुंचा था। इसके पुत्र किशन ने फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला था। ऐसे में रविवार सुबह किशन अपने पिता की तलाश में निकला। सुबह करीब 6 बजे खेत के रास्ते पर पहाड़ी के पहले इसके पिता की बाइक पड़ी हुई थी। इस पर आशंका होने पर किशन पहाड़ी पर गया और तलाश की। यहां पिता के मोबाइल पर उसने फोन किया तो कुछ दूरी पर स्थित एक पेड़ के यहां घंटी की आवाज सुनाई दी। किशन ने पेड़ के यहां जाकर देखा तो पिता का शव पड़ा हुआ था। इस पर यह हतप्रभ रह गया। इसकी सूचना पर टांडी खेड़ा, टोकरिया धनेत, पोटला, आक्या सहित कई गांव के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। मंडफिया थाना पुलिस को भी सूचना दी गई। पुलिस ने जांच कर तलाशी ली तो बाइक की चाबी कालू की जेब में ही पड़ी थी। इसके कमर, सिर एवं पीठ पर चोट के निशान थे और रक्त बह रहा था। ऐसे में परिजनों व ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताई।
मामले की जानकारी मिलने पर बड़ीसादड़ी पुलिस उप अधीक्षक के अलावा मंडफिया थानाधिकारी गोकुल डांगी मौके पर पहुंचे। यहां ग्रामीणों से बात कर घटना के बारे में जानकारी ली। बाद में भीलवाड़ा से एफएसएल टीम को भी बुलाया गया, जिसने साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने मौके से शव को मंडफिया चिकित्सालय पहुंचने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण विरोध में उतर गए। ग्रामीणों ने मांग की है कि वारदात का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार किया जाए तभी शव को यहां से हटाया जाएगा। मौके पर रामसिंह आक्या, मदन जाट सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे हैं।
पुलिस ने परिजनों से बात की है। साथ ही इसके मोबाइल को भी खंगाला है। इसमें सामने आया कि मृतक कालू को खेत पर जेसीबी चलवानी थी।इसके लिए जेसीबी वाले से बात की थी लेकिन उसने बरसात का मौसम होने के कारण आने से मना कर दिया था। वहीं देर रात को इसने इमरजेंसी नंबर 112 पर भी कॉल किया था। लेकिन उस पर क्या बात हुई यह स्पष्ट नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले भी इसी तरह का हत्या की वारदात हुई थी, जिसका भी पुलिस खुलासा नहीं कर पाई थी। अब यह दूसरी वारदात हुई है तो ग्रामीण खुलासे की मांग कर रहे हैं। खुलासा नहीं होने तक सब नहीं उठाने दिया जाएगा।
इधर, मामले की जानकारी मिलने पर चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह मौके पर पहुंची। यहां मंडफिया थानाधिकारी से हालात की जानकारी लेकर मौका देखा। ग्रामीणों से भी बात कर समझाइश का प्रयास किया कि वारदात का शीघ्र खुलासा किया जाएगा। लेकिन ग्रामीण फिलहाल नहीं माने हैं। ग्रामीणों ने धूप को देखते हुवे टेंट मंगवा लिए हैं। मौके पर टेंट लगा कर धरना शुरू कर दिया है, जबकि शव मौके पर ही पड़ा हुआ है।
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