बच्चों के सीखने के स्तर में गिरावट काे राेक रहा योग्यता आधारित मूल्यांकन
जयपुर। कोविड-19 महामारी के कारण स्कूल बंद रहने से सरकारी स्कूलों के बच्चों के सीखने के स्तर में जो गिरावट आई थी, शिक्षा विभाग का 'योग्यता आधारित मूल्यांकन (सीबीए)' इसे ठीक करने का काम कर रहा है। शिक्षा विभाग की ओर से साेशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 की मंशा के अनुरूप शिक्षा विभाग की ओर से 50 लाख से अधिक ग्रेड 3 से 8 तक के छात्रों के सीखने के अंतर को पाटने के लिए सीबीए कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से सिलेबस पूरा करने या रटने के बजाय योग्यता प्राप्ति पर ध्यान केंद्रित करने और एआई आधारित ओसीआर ऐप के माध्यम से आकलन को डिजिटल बनाकर कक्षा में पढ़ाने के समय को बढ़ाने के सिद्धांत पर आधारित है।
शिक्षा विभाग ने 65 हजार स्कूलों में सीबीए कार्यक्रम का सफल कार्यान्वयन किया है जिससे 50 लाख से अधिक ग्रेड 3 से 8 के छात्र का 7 चक्र में मूल्यांकन किया गया है। थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन और स्कूलों में अधिकारियों के दौरों के परिणामस्वरूप नवीनतम मूल्यांकन चक्र में धोखाधड़ी के लिए चिह्नित स्कूलों की संख्या 33 प्रतिशत से घटकर 0.2 प्रतिशत हो गई है। अध्ययन वर्ष 23-24 में दो ग्रेड पीछे रहे छात्रों की संख्या में गणित में 8 प्रतिशत, हिंदी में 7 प्रतिशत और अंग्रेजी में 13 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
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