अधिवक्ता को जिंदा जलाने की धमकी देने वालों की गिरफ्तारी न होने पर भड़के दलित
गुस्साए दलित संगठनों ने हांसी में लघु सचिवालय पर किया प्रदर्शन, एसडीएम को सौंपा ज्ञापनदलित समाज की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है पुलिस: रजत कलसन
हिसार। भाटला गांव के दलितों ने हांसी में पुलिस की दलित विरोधी कार्रवाई का आरोप लगाते हुए लघु सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन किया तथा पुलिस व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। भाटला सामाजिक बहिष्कार प्रकरण के मामले में कानूनी व सामाजिक लड़ाई लड़ने के लिए गठित भाटला दलित संघर्ष समिति के सदस्यों विकास भाटला, सुनील भाटला, जय भगवान भाटला, अजय भाटला, अमिताभ दहिया, सचिन चोपड़ा, राजेश भाटला ने शुक्रवार को लघु सचिवालय के सामने धरना प्रदर्शन में पुलिस पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाटला सामाजिक बहिष्कार प्रकरण के लिए गठित टीम के हांसी दौरे के समय सामाजिक बहिष्कार के आरोपियों द्वारा सरेआम हांसी के विश्राम गृह के सामने जाट धर्मशाला पर दलित पीड़ित मीर सिंह को धमकी दी कि जिन-जिन दलितों ने टीम के सामने बयान दिए हैं उन सब की गांव में जाकर टांगे काटेंगे। इस बारे में शहर थाना में एफआईआर दर्ज है लेकिन पुलिस ने आज तक दोनों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
भाटला दलित संघर्ष समिति के सदस्यों ने आरोप लगाया कि सामाजिक बहिष्कार के आरोपियों ने विश्रामगृह में ही अधिवक्ता रजत कलसन को जिंदा जलाने की धमकी दी तथा इस बारे में सामाजिक बहिष्कार के पीड़ितों ने शहर थाना में शिकायत दी हुई है लेकिन पुलिस ने आज तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। धरने को संबोधित करते हुए अधिवक्ता रजत कलसन ने कहा कि भाटला सामाजिक बहिष्कार प्रकरण में की अपडेट अपने सोशल मीडिया और फेसबुक पर डालनी शुरू की तो पुलिस ने फेसबुक को कानून नोटिस भेज कर उनका फेसबुक अकाउंट बंद करवा दिया जो कि अभिव्यक्ति प्रकट करने के संवैधानिक अधिकारों पर प्रतिबंध व सेंसरशिप है। इस अवसर पर जय भीम आर्मी के अंतरराष्ट्रीय चेयरमैन संजय चौहान व हरियाणा के प्रमुख दलित कार्यकर्ता भूषण नूनिया ने भी संबोधित किया। इस दौरान अधिवक्ता प्रवेश महिपाल अधिवक्ता दीपक सैनी, अधिवक्ता राहुल चावला, अधिवक्ता नरेश गुणपाल, प्रधान संजय उर्फ हैरी ढुल, लोहारू से जगदीश फरटिया, दादरी से रविप्रकाश, धमेंद्र रंगा, फतेहाबाद से बजरंग खिचड़, परमहंस चोपड़ा, सूरज भाटोल, रविंद्र रंगा, मा. सुनील कलसन, सुशील रशीला, कृष्ण सैनीपुरा, अधिवक्ता मलकित सिंह, डॉ अभेराम आल्याण, सुनील प्रधान डॉ अम्बेडकर समिति बधावड़, चांदीराम बधावड़, सतीश प्रधान सिंघवा खास, उदयभान खोखा, बजरंग खिचड़, सुनील डाटा, जगदीश फरटिया, विनोद विघानिया, भूषण नुनिया, सुनील बोबुआ, संजय, भीम राव, राजेश, मीर, राजेंदर, रितु, सुमन, चंद्रमुखी, रोशनी, पूजा, जर्मिला, सुनीता, बिमला भी मौजूद रहे।
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