जम्मू-कश्मीर में मानसून की दस्तक, 30 राज्यों में बारिश का अलर्ट
नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ को छोड़कर पूरे देश में पहुंच गया है। मानसून के प्रभाव से पूरे देश में झमाझम बारिश हो रही है, पूर्वोत्तर के साथ ही दक्षिण भारत के राज्यों में सबसे ज्यादा हालात खराब है। झारखंड में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से बिहार के नालंदा जिले में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। ओडिशा में भी नदी का जल स्तर बढ़ने से कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है, जिससे 50,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा जयपुर, आगरा, रामपुर, देहरादून, शिमला और मनाली से होकर गुजर रही है। अगले दो दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर के शेष हिस्सों, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, पश्चिम उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ और हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। इन दो दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तक मानसून के पहुंचने की संभावना बनी हुई है।
30 राज्यों में बारिश का अलर्ट
आईएमडी ने बताया कि 26 जून तक उत्तर पश्चिम भारत के जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत 30 राज्यों में भारी बारिश और कहीं-कहीं तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के साथ ही पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं। केरल, माहे, तटीय कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 27 जून तक अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। पूर्वोत्तर के राज्यों में अगले साथ दिन बारिश होगी।
आज से घाटी में मानसून की एंट्री, जम्मू में ऑरेंज अलर्ट
जम्मू-कश्मीर में रविवार को मानसून दस्तक दे सकता है। प्री-मानसून की हल्की बौछारें भारी बारिश में बदल सकती हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जम्मू में अलर्ट का ज्यादा असर देखने को मिलेगा। यहां भारी से बaहुत भारी बारिश और तूफान की चेतावनी दी गई है। जम्मू संभाग में 60 किलोमीटर की गति से आंधी चलने की आशंका है। भारी बारिश का असर 27 जून तक बने रहने की बात कही गई है।
छह दिन पहले मानसून की दस्तक
प्रदेश में इस बार मानसून करीब छह दिन पहले दाखिल होने के संकेत मिल रहे हैं । पिछले साल 28 जून को मानसून ने जम्मू-कश्मीर में दस्तक दी थी।
कश्मीर से कर्नाटक तक झमाझम बारिश
आईएमडी ने बताया कि शनिवार सुबह 8:30 बजे तक बीते 24 घंटे के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी व पश्चिमी राजस्थान और मध्य प्रदेश में बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। गुजरात के कुछ स्थानों पर भी मूसलाधार वर्षा हुई। मध्य महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, कोंकण, तटीय कर्नाटक में भी कई स्थानों पर तेज बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा, गुजरात क्षेत्र और बिहार में कुछ स्थानों पर 60-120 किमी प्रति घंटे की तूफानी रफ्तार से हवाएं भी चलीं। कोंकण, गोवा, सौराष्ट्र, कच्छ, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, मध्य महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में भी कुछ स्थानों पर 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
झारखंड में बारिश से ओडिशा में बाढ़
आईएमडी ने बताया कि झारखंड में भारी बारिश के चलते ओडिशा के बालासोर जिले में स्वर्णरेखा नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण 50,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि जिले के भोगराई, बलियापाल, बस्ता के तीन ब्लॉकों और जलेश्वर अधिसूचित क्षेत्र परिषद (एनएसी) के एक हिस्से में 17 ग्राम पंचायत क्षेत्र अचानक आई बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। प्रशासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचाई जा रही है। निचले इलाकों और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में हने वाले लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है और हालात बिगड़ने पर पास के राहत केंद्रों में जाने की सलाह दी गई है। मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) को आवश्यक दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने तथा स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
बिहार में कई इलाके डूबे
झारखंड में लगातार बारिश होने से बिहार में फल्गु नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इसके चलते 19 जून को जहानाबाद स्थित उदेरास्थान बैराज से 73,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके चलते नालंदा जिले में कुछ छोटे बांध क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे हिल्सा समेत कई इलाकों में पानी भर गया है और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। जिला प्रशासन की ओर से प्रभावित लोगों को भोजन के पैकेट और पीने के पानी सहित राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। पीड़ितों के लिए अस्थायी टेंट लगाए गए हैं। राहत और बचाव कार्यों के लिए इलाके में एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात की गई हैं।
भूस्खलन से रेल सेवा बाधित
कर्नाटक के अहम सकलेशपुर-सुब्रह्मण्य रोड खंड पर दक्षिण कन्नड़ जिले के एडकुमारी और शिरीबागिलु स्टेशनों के बीच भूस्खलन के कारण शनिवार तड़के ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। अधिकारियों ने बताया कि पड़ा से बड़े-बड़े पत्थरों के ट्रैक पर गिर जाने से यातायात बाधित हुआ, इस मार्ग पर ज्यादातर मालगाड़ियां चलती हैं। कई एक्सप्रेस ट्रेनें भी दो से तीन घंटे तक की देरी से चलीं।
राजस्थान में भी भारी बारिश
मानसून के प्रभाव से राजस्थान के कई इलाकों में भी भारी बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटों में टोंक जिले के निवाई में सबसे अधिक 165 मिमी बारिश दर्ज की गई। पूर्वी राजस्थान के अधिकांश इलाकों में बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। पश्चिमी राजस्थान में भी छिटपुट बारिश हुई, जिसकी तीव्रता हल्की से लेकर भारी तक रही। चाकसू (जयपुर) में 153 मिमी, चौथ का बरवाड़ा (सवाई माधोपुर) में 139 मिमी, सिकराय (दौसा) में 119 मिमी, बूंदी में 116 मिमी और कोटा में 115 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। 22 और 23 जून को भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग के क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
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