सट्टे व जुएं में तबाह हो रहे परिवार, पुलिस मूकदर्शक!
मृतका के भाई का आरोप, जुआं खेलने से मना करने पर होती थी मारपीट
By Harshit
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- स्थानीय जानकारों का कहना, ठाकुरगंज क्षेत्र में ऐसे अनेकों परिवार हो रहे बर्बाद
- डीसीपी पश्चिम और एडीसीपी को किया गया कॉल, पर नहीं हो सका संपर्क
लखनऊ। राजधानी के ठाकुरगंज थानाक्षेत्र में जुएं व सट्टेबाजी के जाल में फंसकर लोग अपनी हंसती खेलती दुनिया में आग लगा ले रहे है। ऐसा नहीं कि इसके बारे में पुलिस को जानकारी नहीं है। इसके बाद भी जुआरियों व सटोरियों के खिलाफ कोई ठोस कदम पुलिस के स्तर से नहीं उठाया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि घरेलू विवाद शुरू हो गया है। ऐसा ही कुछ तथ्य रोशननगर में मंगलवार को महिला की हत्या के बाद प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि महिला की हत्या करने वाला फिजियोथेरेपिस्ट सट्टा अथवा जुआं खेलने का आदी था। जिसकी वजह से आये दिन घर में विवाद होता रहता था।
फतेहगंज गल्ला मण्डी निवासी फिजियोथेरेपिस्ट आनंदेश्वर ने वर्ष 2008 में दुगावां निवासी संध्या से प्रेम विवाह किया था। उनके दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा तनिश (15 वर्ष) चौथी का छात्र है। जो बोल नहीं पाता है। वहीं, शौर्य तीसरी कक्षा में पढ़ता है। शौर्य के मुताबिक पापा ने सुबह स्कूल के लिए छोड़ा था। छुट्टी के बाद वह हमें लेने आए थे। घर के बाहर छोड़ कर पापा कहीं चले गए। मैं कमरे में पहुंचा। तो मां का शव पड़ा मिला।
फतेहगंज गल्ला मण्डी निवासी फिजियोथेरेपिस्ट आनंदेश्वर ने वर्ष 2008 में दुगावां निवासी संध्या से प्रेम विवाह किया था। उनके दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा तनिश (15 वर्ष) चौथी का छात्र है। जो बोल नहीं पाता है। वहीं, शौर्य तीसरी कक्षा में पढ़ता है। शौर्य के मुताबिक पापा ने सुबह स्कूल के लिए छोड़ा था। छुट्टी के बाद वह हमें लेने आए थे। घर के बाहर छोड़ कर पापा कहीं चले गए। मैं कमरे में पहुंचा। तो मां का शव पड़ा मिला।
यह बात शौर्य ने पुलिस अधिकारियों को बताई। शौर्य ने ही नानी कमला और मौसी रोशनी को फोन कर मां की हत्या होने की सूचना दी थी। इस मामले में पुलिस ने मृतका के भाई अमन साहू की तहरीर पर आनंदेश्वर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मृतका के भाई का कहना है कि आनंदेश्वर को सट्टा खेलने की लत थी। इसे लेकर संध्या और आंनदेश्वर के बीच कई बार झगड़ा हुआ था। सट्टे के साथ नशे का लती आनंदेश्वर अपने शौक पूरे करने के लिए पत्नी पर दबाव बनाता था। घर का सामान बेचने के साथ ही वह अक्सर संध्या से रुपये भी मांगता था।
कमला के मुताबिक करीब दो साल पहले भी आनंदेश्वर ने संध्या को जान से मारने की धमकी दी थी। दबाव बनाकर काफी गहने भी बेच चुका था। पहले भी दोनों के बीच विवाद होने पर पुलिस से कई बार शिकायत की जा चुकी है। पुलिस दोनों को समझा बुझाकर मामला शांत करा देती थी। चूंकि उसकी बहन बच्चों का भविष्य न बर्बाद हो जाए। इसकी चिंता में पति के खिलाफ कुछ कार्रवाई नहीं चाहती थी लेकिन उसे क्या पता था कि एक दिन सट्टे व नशे की जाल में इस कदर फंस जाएगा कि उसकी हत्या कर देगा।
24 घंटे बाद भी हत्यारोपी पुलिस की पकड़ से दूर...!
24 घंटे बाद भी हत्यारोपी पुलिस की पकड़ से दूर...!
दुगावां निवासी कमला ने पुलिस को फोन कर बेटी की हत्या की सूचना दी। कमला के मुताबिक संध्या के गले, चेहरे, गर्दन, हाथ और सीने पर गहरे घाव थे। जिन्हें देख कर परिवार वाले सिहर उठे थे। मौके पर पहुंची ठाकुरगंज पुलिस को घर से खून से सना सब्जी काटने वाला चाकू मिला है। दीवार पर खून के छींटे फैले हुए थे। आनंदेश्वर फरार है। ऐसे में पुलिस पति को आरोपी मान कर जांच कर रही है। अलमारी में रखे जेवर और रुपये गायब मिले थे। पुलिस हत्यारोपी की तलाश में जुट गई है लेकिन वारदात के चौबीस घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक हत्यारोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है। हालांकि पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारोपी को गिरफ्तार लिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि हत्या किसी कारण से की गई है यह तो हत्यारोपी के पकड़े जाने के बाद ही सामने आएगी। इस संबंध में डीसीपी पश्चिमी राहुल राज, अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिमी चिरंजीव नाथ सिंहा, थानाध्यक्ष विकास राय के फोन पर कई बार संपर्क साधा गया लेकिन फोन नहीं उठा।
पहले पुलिस ने क्यों नहीं की कार्रवाई...!
पहले पुलिस ने क्यों नहीं की कार्रवाई...!
फिजियोथेरेपिस्ट आनंदेश्वर और संध्या के बीच पहले भी मारपीट हो चुकी थी। दोनों के बीच ज्यादा विवाद होने के बाद मामला थाने तक पहुंच गया था। पुलिस ने इस दौरान मामले को हल्के में लिया था। पुलिस दोनों को उस दौरान समझा बुझाकर वापस कर दिया था। जबकि पुलिस उसी दौरान शिकायत को गंभीरता पूर्वक से लिया होता तो शायद उसकी जान बच जाती।
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