मुख्यमंत्री पहुंचे उज्जैन के चिंतामन गणेश, भगवान श्रीराम को भेजे जानेवाले नैवेद्य लड्डू बनाए
अयोध्या भेजे जाने हैं 5 लाख लड्डू, अब तक 4 लाख बन चुके
उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार सुबह न सिर्फ महाकालेश्वर प्रबंध समिति के चिंतामन स्थित लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई पहुँच कर अयोध्या के लिए बन रहे लड्डुओं की निर्माण प्रक्रिया का अवलोकन किया, बल्कि स्वयं भी नैवेद्य लड्डू बनाए और उनकी पैकिंग की। इस दौरान उन्होंने वहां श्रमदान कर रहे एवं लड्डू बना रहे अन्य कारीगरों से बातचीत भी की। उल्लेखनीय है कि अयोध्या में नवनिर्मित भगवान श्रीराम मंदिर के शुभारंभ अवसर पर महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा 5 लाख लड्डू प्रसाद स्वरूप अयोध्या भेजे जा रहे हैं, इनमें से 4 लाख लड्डू बन चुके हैं तथा शेष एक लाख लड्डू बनाने का कार्य निरंतर जारी है। प्रबंध समिति ने जानकारी दी कि लड्डू प्रसाद बेसन, रवा, शुद्ध घी और सूखे मेवों से बनाया जा रहा है। लड्डू प्रसाद निर्माण के लिए अतिरिक्त कारीगरों व कर्मचारियों को लगाया गया है। लड्डुओं को पैकेट में पैक कर अयोध्या भेजा जाएगा, एक लड्डू का वजन लगभग 50 ग्राम है। इसके साथ ही प्रबंधन द्वारा बताया गया है कि कई भक्तगण श्रमदान करने की मंशा से भी इस कार्य में जुटे हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जब उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने अयोध्या के भगवान श्रीराम के मंदिर का जीर्णोद्वार करवाया था। पुन: इस प्रसाद के माध्यम से और इसके अयोध्या पहुंचने से उज्जैन और अयोध्या का हजारों साल के पुराने रिश्ते को एक बार फिर भक्ति के साथ जीवंतता मिल रही है। महाकाल की नगरी से पांच लाख लड्डू भेजे जा रहे है। 20 तारीख तक लड्डू अयोध्या भेजे जाएंगे। यह प्रसाद 2000 साल पुराने इतिहास को जीवंत करेगा। इससे उज्जैन और अयोध्या का रास्ता जुड़ेगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सरकार धार्मिक पर्यटन बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। 22 तारीख को वे चित्रकूट में रहेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा ''आज मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकाल की नगरी उज्जैन से अयोध्या भेजे जा रहे 5 लाख लड्डुओं के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया एवं लड्डू पैक कर इस पुण्य कार्य में अपना सहयोग प्रदान किया।'' मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 22 जनवरी को पूरे प्रदेश में ड्राईडे की घोषणा की है।
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