एम्स गोरखपुर की स्थापना से लेकर अब तक की प्रगति पर प्रकाश डाला गया
निदेशक डॉ प्रो अजय सिंह के मार्गदर्शन में एवं डीडीए अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें लगभग 12 मीडिया प्रतिनिधियों ने भाग लिया।मीडिया सेल की चेयरपर्सन डाक्टर अराधना सिंह ने सभी उपस्थितजनों का स्वागत करते हुए नववर्ष की शुभकामनाएं दीं।
गोरखपुर, आज पत्रकार वार्ता में डीडीए अरुण कुमार सिंह ने एम्स गोरखपुर की स्थापना से लेकर अब तक की उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने मरीजों की बढ़ती संख्या, रेस्ट हाउस सुविधाओं की शुरुआत, और कई सुपर स्पेशियलिटी विभागों के शुभारंभ जैसी उपलब्धियों पर विशेष जोर दिया।इसके बाद, मीडिया सेल के प्रमुख सदस्य—डॉ. विजय लक्ष्मी, डॉ. मुकुल सिंह, और डॉ. यू. वेंकटेश—ने संस्थान की शिक्षा, शोध, और रोगी देखभाल के क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व योगदान पर विस्तृत प्रस्तुतियां दीं।
संस्थान की प्रमुख उपलब्धियां:
- पीजी (एमडी/एमएस) पाठ्यक्रमों की शुरुआत:
जुलाई 2023 से संस्थान में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स शुरू किए गए हैं। अब तक कुल 96 छात्रों ने (जुलाई 2023, जनवरी 2024, और जुलाई 2024 बैच) इनमें नामांकन किया - 2-. सुपर स्पेशियलिटी (डीएम/एमसीएच) पाठ्यक्रमों की शुरुआत:जनवरी 2024 से सुपर स्पेशियलिटी कोर्स पेन मेडिसिन, नियोनेटोलॉजी, और पल्मोनरी क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन में शुरू किए गए हैं। आईएनआई-एसएस के माध्यम से उम्मीदवारों का नामांकन हुआ है।
3. ब्लड बैंक और डायलिसिस सेवाओं का शुभारंभ
ब्लड बैंक 3 मार्च 2024 से और डायलिसिस केंद्र पीपीपी मॉडल के तहत 3 मार्च 2024 से क्रियाशील हैं। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा इनका उद्घाटन किया गया था। अब तक 3811 डायलिसिस प्रक्रियाएं पूरी की जा चुकी हैं।
4. प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की स्थापना
मरीजों को सस्ती जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए यह केंद्र स्थापित किया गया, जिसका उद्घाटन माननीय स्वास्थ्य मंत्री ने 3 फरवरी 2024 को किया।
5. नाइट शेल्टर का संचालन
एम्स परिसर में 150 बिस्तरों वाले नाइट शेल्टर को पूरी तरह से कार्यात्मक बनाया गया है, जिसमें 24 घंटे के लिए प्रति व्यक्ति ₹75 का शुल्क निर्धारित है।
6. डिजिटल और उन्नत चिकित्सा सुविधाएं
डिजिटल एक्स-रे: 500-600 एक्स-रे प्रतिदिन बिना किसी प्रतीक्षा सूची के किए जा रहे हैं।
सीटी स्कैन और एमआरआई: पीपीपी मॉडल के तहत इन सेवाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसमें प्रतिदिन 45-50 सीटी स्कैन और 30-35 एमआरआई किए जा रहे हैं।
एबीएचए निर्माण: बेहतर कतार प्रबंधन और डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए एबीएचए टोकन सुविधा उपलब्ध है। अब तक 2,54,242 टोकन जारी किए जा चुके हैं।
सुपर स्पेशियलिटी क्लीनिक:
कार्डियोलॉजी ओपीडी (ईको सुविधा के साथ, जून 2024 से)
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी ओपीडी (सितंबर 2024 से)
न्यूरोलॉजी ओपीडी (अक्टूबर 2024 से)
8. आयुष ओपीडी
आयुष ओपीडी सेवाएं नियमित रूप से संचालित हो रही हैं। अब तक 50,027 मरीजों का इलाज किया गया है।
9. विश्राम सदन:
एम्स परिसर में 500 बिस्तरों वाले विश्राम गृह का निर्माण कार्य प्रारंभ होने वाला है।
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