24 से 27 फरवरी तक बारिश और हिमपात, बदरी-केदार में तीन फुट तक जमी बर्फ

24 से 27 फरवरी तक बारिश और हिमपात, बदरी-केदार में तीन फुट तक जमी बर्फ

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में भीषण बर्फबारी जारी है। कुछ निचले इलाकों में हल्की बर्फबारी के साथ बारिश भी हो रही है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे तीसरे दिन भी बंद रहा। वहीं, हिमाचल की 405 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से ठप रहा।  वहीं, पंजाब समेत उत्तर भारत के अन्य मैदानी इलाकों में तेज आंधी के साथ कहीं हल्की तो कहीं मूसलाधार बरसात के साथ ओले गिरे हैं। मौसम में आए बदलाव से कई इलाकों में बिजली व पानी की आपूर्ति बाधित रही। इधर दिल्ली-एनसीआर में भी मौसम नरम-गरम चल रहा है। 

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है। इसी के प्रभाव से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में हल्की और कई इलाकों में तेज बारिश हुई। आईएमडी के मुताबिक, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक और कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके प्रभाव से 24 से 27 फरवरी तक बारिश और हिमपात की संभावना है। कुछ इलाकों में 30-40 किमी प्रति घंटे की तरफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जो 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक जा सकती है। बुधवार को बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान 9-13 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा और अमृतसर में सबसे कम 6.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

बदरी-केदार में तीन फुट तक जमी बर्फ
उत्तराखंड में बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में तीसरे दिन भी बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। दोनों धामों में जहां तीन फुट ताजी बर्फ जम चुकी है, वहीं धामों की पहाड़ियों ने सफेद चादर ओढ़ी हुई है। इसके अलावा नीती घाटी, फूलों की घाटी, हेमकुंड साहिब, निजमुला घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी, औली, गोरसों बुग्याल सहित अन्य जगहों पर जमकर बर्फबारी हो रही है। गोपेश्वर, नंदानगर, पीपलकोटी, जोशीमठ सहित आसपास के क्षेत्रों में देर शाम बारिश हुई। द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ, चंद्रशिला सहित अन्य ऊंचाई वाले स्थानों पर भी बर्फ गिरी। वहीं निचले क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई।

दूसरे दिन भी बंद रहा बदरीनाथ हाईवे...बर्फबारी के कारण हनुमान चट्टी से आगे बंद हुआ बदरीनाथ हाईवे बुधवार को दूसरे दिन भी नहीं खुल पाया। वहीं मंडल चोपता हाईवे मंगलवार शाम खोल दिया गया था, लेकिन रात को फिर बर्फबारी होने से बंद हो गया है। वहीं जोशीमठ औली सड़क भी बर्फ से ढकी है लेकिन यहां आवाजाही मुश्किल से हो रही है। वहीं जोशीमठ-मलारी हाईवे मलारी से आगे बंद है।

रामबन और सोनमर्ग के पास भारी हिमस्खलन 
जम्मू-कश्मीर में रामबन के पास पहाड़ से मलबा गिरने के कारण लगातार तीसरे दिन जम्मू-श्रीनगर हाईवे बुधवार को तीसरे दिन बंद रहा। तेज हवाओं के कारण दोपहर बाद कटड़ा-सांझीछत चापर सेवा प्रभावित रही। उधर, कश्मीर घाटी में सोनमर्ग के पास हिमस्खलन से सिंध नदी का प्रवाह अवरुद्ध हो गया। गुरेज घाटी में हिमस्खलन की चेतावनी के बाद सभी सरकारी व निजी दफ्तर व स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। 

पूर्वी सिक्किम में सेना ने 500 पर्यटकों को बचाया
पूर्वी सिक्किम में बुधवार को अचानक भारी बर्फबारी के कारण नतूला में 500 से अधिक पर्यटकों के साथ लगभग 175 वाहन फंस गए। त्रिशक्तिकोर के सैनिकों ने शून्य से नीचे तापमान का सामना करते हुए फंसे हुए पर्यटकों को बचाया। गुवाहाटी में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय सेना ने पर्यटकों को सुरक्षित जगह तक पहुंचाने के साथ ही उनके रहने और भोजन की भी व्यवस्था की और उनके स्वास्थ्य की जांच की।

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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है। 

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