आईएनडीआईए गठबंधन का 22 दिसंबर को आक्रोश मार्च

आईएनडीआईए गठबंधन का 22 दिसंबर को आक्रोश मार्च

रांची। आईएनडीआईए गठबंधन की गुरुवार को भाकपा कार्यालय में बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के जिला अध्यक्ष मुस्ताक अंसारी ने की। इस दौरान आईएनडीआईए गठबंधन के नेताओं ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की गला घोट रही है। केंद्र सरकार के हाथों लोकतंत्र संविधान अब तो देश के सांसद भी सुरक्षित नहीं है। भाजपा के सांसद की ओर से जारी पास के आधार पर संसद के अंदर तांडव मचाने वाले को बचाने के लिए 151 सांसदों को निष्कासित कर दिया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है। देश में आपातकाल की स्थिति है।

नेताओं ने कहा कि सदन में जबरदस्ती गैरकानूनी तरीके से सभी फैसले लिए जा रहे हैं। गैर संवैधानिक तरीके से देश के विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई की जा रही है। आने वाले दिन में आईएनडीआईए गठबंधन मजबूत तरीके से लोकतंत्र देश की हिफाजत के लिए संविधान को बचाने के लिए सड़कों पर उतरेगी। इस दौरान निर्णय लिया गया कि 22 दिसंबर को रांची जिला स्कूल के मैदान से आक्रोश मार्च जो राजभवन तक जायेगा और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।

बैठक में मुख्य रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, कांग्रेस पार्टी के महासचिव सुरेंद्र सिंह, प्रवक्ता राकेश सिन्हा, भाकपा के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक, कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश किरण महतो, भाकपा माले के शुभेंदु सेन, राष्ट्रीय जनता दल के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र महतो, सीपीएम के समीर दास, भाकपा के जिला सचिव अजय कुमार सिंह, आम आदमी पार्टी के संजय कुमार रजक सहित अन्य लोग मौजूद थे।

 

 

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