शायर मुनव्वर राना को पेश की गई खिराजे अकीदत

भाटपार रानी, देवरिया। रविवार को बनकटा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पड़री के प्रांगण में एक कार्यक्रम आयोजित कर उर्दू अदब के महान शायर मुनव्वर राना की हुई मौत पर उन्हें खिराजे अकीदत पेश किया गया। कार्यक्रम में कवि व शायर मक़सूद अहमद भोपतपुरी ने अपनी रचना-जब तलक चांद -सूरज व अहले जमाना रहेंगें, अदब के पन्नों में जिंदा मुनव्वर राना रहेंगें----पेश करते हुए कहा कि मुनव्वर राना उर्दू अदब के महान बादशाह थे।उन्होंने मां, भाई, बहन,बेटी पर सैकड़ों कलाम लिखकर इंसानी रिश्तों को मजबूत बनाया।लिहाजा उन्हें भुलाया नहीं जा सकता।कार्यक्रम के संयोजक शायर जियाउल्लाह अंसारी ने कहा कि मुनव्वर राना ने हर विषयों पर लेखनी कर विदेशों में भी भारत का नाम रौशन किया।बिहार के कवि रविन्द्र सिंह ने कहा कि आज मुनव्वर राना जैसे स्पष्टवादी रचनाकरों की जरूरत है।समाजसेवी जटाशंकर सिंह ने कहा कि कोई भी रचनाकार समाज मे घटित होने वाली घटनाओं का ज़िक्र कर समाज को आइना दिखाना चाहता है।मुनव्वर राना भी एक उच्च कोटि के रचनाकार थे।अमानत अंसारी ने कहा कि मुनव्वर राना साहब की मौत से साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति हुई है। कार्यक्रम को लोक गायक सुबाष यादव, मु० शमीम, राज सिंह आदि ने सम्बोधित करते हुए शायर मुनव्वर राना को श्रद्धांजलि दी।
 
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