सनातन धर्म और संस्कृति अक्षय है :--शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

सनातन धर्म और संस्कृति अक्षय है :--शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

प्रतापगढ़। रामानुज आश्रम धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास दास के जन्म दिवस पर परम पूज्य परमाराध्य परम धर्माधीश ज्योतिष पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 पहुंचे जहां पर भक्तों ने वेदध्वनि के मध्य घंटा घड़ियाल बजाते हुए स्वागत किया। आप द्वारा सर्वप्रथम धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी एवं शिवलोक वासी द्वय पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन करके पूजन अर्चन किया गया। धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास दास नारायणी रामानुजदासी विश्वम प्रकाश पांडे एवं इं पूजा पांडे द्वारा वेद मंत्रों के मध्य में पूज्य शंकराचार्य जी के पादुका का पूजन किया गया। 

इस अवसर पर आपने कहा जितनी भी सरकारे हुई उन्होंने सनातन धर्म की ओर ध्यान नहीं दिया। अबकी बार भाजपा सरकार ने हिंदुत्व की चर्चा किया जिसमें वह सनातनी हिंदू नहीं बल्कि सावरकर के विचारों से प्रेरित हिंदुत्व की बात करते हैं किंतु अन्य सरकारों की अपेक्षा भाजपा सरकार में सनातनियों को कुछ महत्व दिया जा रहा है, लेकिन आज भी एंग्लो इंडियन को संसद में मनोनीत किया जाता है किसी सनातनीय का मनोनयन नहीं होता है। राम मंदिर निर्माण के लिए जो 500 वर्षों से संघर्ष चल रहा था वह पूर्ण हो चुका है।

इसके लिए परम पूज्य शिवलोक वासी शंकराचार्य जी ने भी संघर्ष किया था और मेरे द्वारा भी संघर्ष किया गया, कोर्ट में गवाही दी गई जिसे सुप्रीम कोर्ट ने सम्मान किया। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने कोर्ट का फैसला आने के पूर्व ही अयोध्या जाकर मंदिर कार्य प्रारंभ करने की घोषणा कर दी थी इसके बाद ही कोर्ट ने इसे राष्ट्रीय मसाला मानकर हर दिन सुनवाई करके फैसला सुनाया। मुसलमानों को अपनी सोच बदलना होगा उसे व्यापक स्वरूप प्रदान करें हिंदुओं के आस्था के धर्मस्थलों को तोड़ने और कब्जा करने के दिन लद चुके हैं। सनातन संत समाज मुखर है।    सनातन धर्म पर हो रहे हमले स्वाभाविक है लेकिन सोने को जितना तपाया जाता है उतना ही वह सुंदर निखर करके निकलता है। 

सनातन धर्म व संस्कृति अक्षय है। हमारे गुरुदेव नारायण पूर्व शंकराचार्य जी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण करने हेतु प्रयाग के मेले में धर्म संसद में घोषणा किया था कि हम अयोध्या मंदिर निर्माण का शुभारंभ करने हेतु नींव पूजन करने जाएंगे और ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास को वचन दिया था कि रात्रि प्रवास हम रामानुज आश्रम पर करेंगे, किंतु स्वास्थ्य के कारण और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निवेदन पर आपकी यात्रा स्थगित हो गई, किंतु गुरुदेव नारायण के द्वारा दिए हुए वचन को पूर्ण करने के लिए आज मैं यहां पर आया हूं। एक सवाल के जवाब में आपने कहा धर्म सम्राट स्वामी श्री करपात्री जी को भारत रत्न मांगना भक्तों की आस्था का सवाल है। वैसे भारत रत्न से ऊपर धर्म सम्राट का सम्मान है किंतु मैं भी चाहता हूं कि धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी को भारत रत्न प्रदान किया जाए। धर्म का उपयोग पद प्रसिद्ध उन्नति और राजनीति के लिए नहीं करना चाहिए।

धर्म समाज को दिशा देता है। आपसी भाईचारे को बनाए रखने के लिए विवाद से दूर रहना होगा परिस्थितियां बदल गई हैं बल का प्रयोग करके कब्जा नहीं किया जा सकता है। तत्पश्चात आप रामानुज आश्रम के गर्भ गृह में जाकर पूजन अर्चन तथा शालिग्राम में स्थित शेष भगवान का दर्शन किया। आप द्वारा अनिरुद्ध रामानुदास एवं उनकी दौहित्री आरविका पांडे के मंगलमय जीवन की कामना करते हुए अपने कर कमलों सेआरविका को गुलाब की माला पहनाते हुए आशीर्वचन प्रदान किया गया। इस अवसर पर अनिरुद्ध रामानुज दास एवं नारायणी रामानुजदासी द्वारा आपके साथ पधारे लगभग 28 संतो को अंगवस्त्रम एवं माल्यार्पण करके सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के पूर्व ट्रेजरी चौराहे पर भारी संख्या में अधिवक्ताओं एवं जनमानस ने आपका स्वागत किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से योगी शैलेंद्र सिंह मीडिया सक्षम योगी पंडित श्याम किशोर शुक्ला ओमप्रकाश त्रिपाठी पूर्व अध्यक्ष भाजपा दिनेश शर्मा प्रतिनिधि डॉक्टर महेंद्र सिंह एमएलसी अशोक शर्मा विधि देव शुक्ला संतोष त्रिपाठी बद्री प्रसाद मिश्रा आचार्य आलोक ऋषि वंश संजय शरण शांडिल्य सरला ओझा रामानुजदासी विश्वम प्रकाश पांडे राकेश सिंह हेमंत शुक्ला इं अनामिका पांडे डॉ विवेक पांडे डॉक्टर अवंतिका पांडे डॉ अंकिता पांडे वैदेही शुक्ला रितु पांडे अनीता द्विवेदी निधि सिंह नीलम सिंह सौरभ द्विवेदी रामचंद्र मिश्रा पूर्व प्राचार्य आचार्य कमलेश तिवारी जवाहरलाल द्विवेदी एडवोकेट शिव प्रसाद मिश्र एडवोकेट संतोष तिवारी एडवोकेट सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे। पत्रकार बंधुओ को पूज्य शंकराचार्य जी द्वारा प्रसाद प्रदान करते हुए आशीर्वचन प्रदान किया गया।

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