बुधवार को अमिताभ ठाकुर ने सीएम के ओएसडी पर गंभीर आरोप

रिटायर्ड आईपीएस  ने निष्पक्ष जांच की मांग की

बुधवार को अमिताभ ठाकुर ने  सीएम के ओएसडी पर गंभीर आरोप

लखनऊ। सीएम के विशेष कार्याधिकारी संजीव सिंह पर सॉफ्टवेयर कंपनियों से संबंध और गन्ना तौल घोटाले में लिप्त होने के आरोप लगे हैं। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।

बुधवार को अमिताभ ठाकुर ने लखनऊ में प्रेस वार्ता करके यह जानकारी दी। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि कुछ लोगों ने जो खुद को मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़ा बताते हैं, उन्हें ऐसे दस्तावेज सौंपे जिनसे यह जाहिर होता है कि संजीव सिंह का दो सॉफ्टवेयर कंपनियों से साइबर सिस्टम एंड सॉल्यूशन प्रा. लि. और साइबर वे सिस्टम प्रा. लि. से करीबी रिश्ता है। हालांकि, संजीव सिंह फिलहाल इन कंपनियों में किसी जिम्मेदारी वाले पद पर नहीं हैं, लेकिन पहली कंपनी में उनके परिवार के सदस्य निदेशक हैं। दूसरी कंपनी में उनके पुराने कर्मचारी निदेशक बताए जा रहे हैं। ये कंपनियां चीनी मिलों के लिए गन्ना तौल का सॉफ्टवेयर बनाती हैं, जिनमें भारी घटतौली की शिकायतें हैं। 

अमिताभ ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2019-20 में गोरखपुर, बलरामपुर और अंबेडकर नगर में इन कंपनियों के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज हुए थे, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। तकनीकी जांच और विशेषज्ञ एजेंसी से विवेचना की सिफारिशों को उच्च स्तर पर खारिज कर दिया गया, जबकि कई प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय तक भेजे गए थे। 

ठाकुर का कहना है कि संजीव सिंह के प्रभाव के चलते यह मामला दबाया जा रहा है। मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि किसी अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी से जांच कराई जाए। मांग की कि योगी आदित्यनाथ स्वयं इस जांच की निगरानी करें। आरोप सही पाए जाएं तो संजीव सिंह को तत्काल उनके पद से हटाया जाए।

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