अन्तर्राज्यीय ठग गिराेह के पांच आराेपित गिरफ्तार
बरेली। साइबर क्राइम थाना और बरेली पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले सक्रिय साइबर अपराधियों के एक गिरोह का भंडाफोड़ कर पांच आराेपिताें काे गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से तीन चैक बुक, तीन एटीएम कार्ड, चार सिम कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। साइबर क्राइम थाना प्रभारी मदन मोहन चतुर्वेदी ने शनिवार काे बताया कि पंजाब राज्य के फाजिल्का जिला की तहसील फबाैर अंतर्गत ग्राम
खुब्बन निवासी अर्जन सिंह पुत्र गुरमीत सिंह ने ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने आरोप में बताया कि उसे निजी नौकरी का झांसा देकर तीन करंट बैंक खाते खुलवाए और फिर उसे बरेली बुलाकर उसके खातों की चैक बुक, एटीएम कार्ड और मोबाइल नंबर लेकर नेट बैंकिंग चालू कर ली। इसके जरिए अभियुक्तों ने साइबर अपराध को अंजाम दिया। इस मामले में मुकदमा संख्या 14/2025 धारा 318(4) बीएनएस व 66(सी) आईटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया। जांच में तकनीकी व दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर एक अन्तर्राज्यीय गिरोह के आराेपिताें की जानकारी मिली। इसके आधार पर टीम ने घेराबंदी करते हुए आज सुबह साइबर अपराधाें में संलिप्त पांच आराेपिताें काे बियाबान कोठी तिराहा, कैण्ट रोड से गिरफ्तार कर लिया।
साइबर क्राइम प्रभारी ने बताया पूछताछ में पकड़े गए आराेपिताें ने अपने नाम आकिब कौसर पुत्र कौसर अली निवासी एजाज नगर गोटिया, थाना बारादरी, कासिम पुत्र एसुद्दीन शेख निवासी पीर बहौडा, थाना इज्जतनगर, हसीन खान पुत्र सईम खां निवासी सैदपुर खजुरिया, थाना बिथरी चैनपुर, महफूज उर्फ लक्की पुत्र मैसर पठान निवासी ग्राम धन्तिया, थाना फतेहगंज पश्चिमी और आमिर पुत्र रहीस अहमद निवासी एजाज नगर ओल्ड सिटी, थाना बारादरी हैं। यह सभी बरेली जिले के ही रहने वाले हैं। इनसे पूछताछ में पता चला है कि इन सभी साइबर अपराधियों का नेटवर्क और साथी दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि जगहाें में फैले हुए हैं। ये लोग गिरोह के सदस्यों को साइबर अपराध के लिए गरीब, बेरोजगार व जरूरतमंद लोगों को अच्छी इनकम और नौकरी का झांसा देकर बैंक खाता खुलवा कर रकम ऐंठ लेते हैं और फिर रकम काे आपस में बांट लेते हैं।गिरफ्तार आराेपिताें के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई करते हुए पूछताछ में गिरोह के अन्य साथियाें की मिली जानकारी के आधार पर उनकी तलाश की जा रही है।
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