अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी करोड़ों रुपए लेकर फरार, जांच के लिए एसआईटी गठित
बदायूं। शुक्रवार को अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी निवेशकों का करोड़ों रुपया लेकर फरार हो गई। शुक्रवार को निवेशकों ने जमकर हंगामा किया। शनिवार को जब सैकड़ों निवेशक कार्यालय पहुंचे तो वहां ताले लगे मिले। इसके बाद लोगों ने पुलिस से शिकायत की। मामले में देर रात एफआईआर दर्ज कर ली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश सिंह ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी में एसपी सिटी विजेंद्र द्विवेदी, सीओ सिटी रजनीश उपाध्याय और सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर प्रवीण सिंह को शामिल किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि जांच के साथ मुकदमा भी दर्ज होगा। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी में पैसा जमा करने वाले निवेशक कि उनकी मेहनत की कमाई खतरे में है। कंपनी प्रबंधन की चुप्पी मामले को संदिग्ध बना रही है। एसआईटी जांच से लोगों को उम्मीद है कि सच सामने आएगा। यह जिले की एक बड़ी आर्थिक धोखाधड़ी का मामला माना जा रहा है। दरअसल, इस मामले में एसआईटी से जांच कराने का नियम के मुताबिक मतलब नहीं बनता। वजह है कि 50 लाख से अधिक के आर्थिक लेनदेन की जांच सीबीसीआईडी अथवा आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ही कर सकती है। ऐसे में लोकल एसआईटी की जांच केवल मुकदमा दर्ज कराने तक तो मान्य हो सकती है लेकिन इसके आगे एसआईटी की जांच नियमतः प्रभावी नहीं होगी। सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। कंपनी का निदेशक शशिकांत मौर्य, उसका भाई सूर्यकांत के अलावा मैनजर अमित सिंह, एजेंट सुनील मौर्य समेत अन्य एजेंट नामजद हुए हैं। मामले की जांच की जा रही है।
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