साहिबाबाद सब्जी मंडी में फिर चला बुल्डोजर
अवैध अतिक्रमण और अवैध कब्जामुक्त अभियान जारी
साहिबाबाद। साहिबाबाद सब्जी मंडी समिति में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अवैध अतिक्रमण के खिलाफ़ जारी अभियान सोमवार को भी जारी रहा। अभियान के लिए सुरक्षा व्यवस्था और संबंधित थाने और चौकी क्षेत्र की पुलिस मौके पर डटी रही। अवैध अतिक्रमण और अवैध कब्जे के खिलाफ जारी अभियान से व्यापारियों में हड़कंप मचा रहा। ज्ञात हो कि किसानों की समस्याओं और सब्जी मंडी में अवैध कब्जे की शिकायत और उच्चाधिकारियों के निर्देश पर यह अभियान लगातार चलाया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय मंत्री भारत भाटी द्वारा मंडी की सरकारी स्थल पर अवैध कब्जे की शिकायत की गई थी जिसके बाद प्रशासन द्वारा जांच के बाद यह अभियान चलाया गया है।
साहिबाबाद सब्जी मंडी और फल मंडी में आवंटित दुकानों के सामने और रिक्त प्लेटफार्म पर तथाकथित व्यापारियों द्वारा अवैध तरीके से दुकान का संचालन किया जा रहा था। जिसके कारण मंडी की पटरियां और सर्विस लेन पूरी तरह से कब्जे हो गए थे। सूत्रों की मानें तो सब्जियों और फल विक्रेताओं द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर ही छोटे-छोटे स्थल बाहरी व्यापारियों को अवैध रूप से व्यापार के लिए पैसे लेकर मोटा किराया वसूल रहे थे। जिसके कारण क्षेत्रीय किसानों और व्यापारियों के व्यवसाय प्रभावित हो रहे थे। कथित रूप से अवैध किराए की मोटी कमाई ही अवैध अतिक्रमण और अवैध कब्जे का कारण बन रही थी। जिसके कारण लगातार मंडी प्रशासन के ऊपर लगातार आरोप लग रहे थे। नवागत मंडी सचिव सुनील कुमार शर्मा के पद भार ग्रहण करने के बाद ऐसी शिकायत जोर पकड़ने लगी थी। भाजपा नेता भारत भाटी की मुख्यालय स्तर तक शिकायत करने के बाद कुंभकर्णी निद्रा टूटने के बाद यह कार्यवाही शुरू हुई है।
*साहिबाबाद मंडी में एक वर्ग विशेष के व्यापारियों का कब्ज़ा*
साहिबाबाद मंडी समिति में एक वर्ग विशेष के व्यापारियों की बहुलता है। जो वर्षों से अपने राजनीतिक रसूख और विभागीय कृपा से वर्षो से खाली पड़े प्लेटफार्मो पर अवैध कब्ज़ा जमाकर व्यापार एक रहे थे। लेकिन राजस्व की हानि लगातार सरकार की हो रही थी। क्षेत्रीय किसानों के लगातार उपेक्षा और शिकायत अधिकारियों की उदासीनता के कारण अनसुनी हो रही थी। जब से योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं तभी से प्रशासनिक महकमे में शिकायत निवारण पर जोर दिए जाने लगे हैं। अंदरखाने माने तो एक वर्ग विशेष के आधिपत्य और अवैध कार्य को लेकर राजनीतिक सरगर्मी शुरू हो गई थी। जिसके बाद कागजी दस्तावेज़ के आधार पर काबिज व्यापारियों की पहचाना शुरू हो हुई है।
*राजस्व बकाए के भुगतान को लेकर भी अंदरखाने शुरू हुई कवायद*
साहिबाबाद सब्जी और फल मंडी के राजस्व बकाए को लेकर भी अंदरखाने कहानी शुरू होने वाली है। सूत्रो की माने तो बड़े और वर्षो पुराने आढ़ती के राजस्व बकाए की समीक्षा की मांग भी शुरू हो गई है। विभागीय कृपा से बहुत से आवंटियों द्वारा दुकानों के बकाया किराया जानबूझकर जमा करने से बचा जा रहा है। जिसके कारण सरकार और मंडी की आय पर भी गहरा असर पड़ रहा है। जिस प्रकार से लगातार साहिबाबाद मंडी को लेकर शिकायती दौर शुरू हुआ है उससे अब सारे अनियमितता के धागे खुलने शुरू हो गए हैं। जिसके कारण व्यापारियों में।हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। अवैध अतिक्रमण और अवैध कब्जे के खिलाफ़ जारी अभियान से मंडी का व्यापार भी काफी प्रभावित हो रहा है। जिसको लेकर व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त होने लगा है।
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