डीएनए के संरचनात्मक अध्ययन से मानव जीवन में आई अभूतपूर्व क्रांति : प्रो. तिमिर
महायोगी गोरखनाथ विवि के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय में व्याख्यान का आयोजन
गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय में ‘डीएनए संरचना से जीन संपादन तक: वैज्ञानिक सफलताओं की कहानी’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में नार्थ ईस्ट हिल यूनिवर्सिटी शिलांग के स्कूल ऑफ लाइफ साइंस में जंतु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. तिमिर त्रिपाठी उपस्थित रहे।
व्याख्यान में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि डीएनए की खोज और उसके संरचनात्मक अध्ययन से मानव जीवन में अभूतपूर्व क्रांति आई है। डीएनए, जीवन के आनुवांशिक गुणों का अंकुरण है। इसने चिकित्सा, कृषि, न्याय प्रणाली और अन्य क्षेत्रों में भी एक नया युग शुरू किया है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने यह साबित किया है कि डीएनए ही वह तत्व है जो जीवन के अनुवांशिक गुणों को सहेजता और प्रसारित करता है। डीएनए की खोज पर शोध दृष्टि रखते हुए प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। इसे जीवन का कोड भी कहा जाता है, क्योंकि यह प्रत्येक जीव के गुणसूत्रों में आनुवंशिक जानकारी का संचय करता है। डीएनए ने बायोलॉजी और जेनिटिक्स के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं।
प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि डीएनए की संरचना और उसकी कार्यप्रणाली के अध्ययन ने आनुवंशिकी के सिद्धांतों को नया आयाम दिया। इसने आनुवंशिक संशोधन और जीन थेरपी जैसी तकनीकों को संभव बनाया। इससे चिकित्सा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण बदलाव हुए। जीन थेरपी के माध्यम से आनुवंशिक रोगों का इलाज किया जा सकता है। डीएनए के अध्ययन ने कृषि के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी परिवर्तन लाए। जीन संशोधन के माध्यम से पौधों और जानवरों में सुधार किया जा सकता है, जिससे अधिक उपज, रोग प्रतिरोधक क्षमता, और पोषण संबंधी गुण बढ़ाए जा सकते हैं।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता को संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार सिंह ने स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। स्वागत उद्बोधन डॉ. पवन कुमार कन्नौजिया ने किया। व्याख्यान में प्रमुख रूप से मेडिकल बायोकैमिस्ट्री विभागाध्यक्ष डाॅ. अनुपमा ओझा, बायोटेक्नाॅलाजी विभागाध्यक्ष डॉ. अमित कुमार दुबे, माइक्रोबायलाॅजी विभागाध्यक्ष डाॅ. धीरेंद्र कुमार सिंह, डॉ. अवेद्यनाथ सिंह, डाॅ. अंकिता मिश्रा, डॉ. कीर्ति यादव, डाॅ. अखिलेश कुमार दूबे, डाॅ. प्रेरणा अदिती, डाॅ. किरन कुमार ए., डाॅ. संदीप कुमार श्रीवास्तव, डाॅ. आशुतोष श्रीवास्तव, धनंजय पाण्डेय, डाॅ. रश्मि झा, सृष्टि यदुवंशी, अनिल कुमार पटेल, जन्मेजय सोनी, अनिल कुमार मिश्रा, अनिल कुमार शर्मा, मिताली पटेल सहित सभी विभागों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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