विद्युत कटौती से बोरपंप बंद, हैंडपंप का गंदा पानी पी रहे ग्रामीण
धमतरी।विद्युत कटौती व लो वोल्टेज से बोरपंप नहीं चल पा रहे हैं। ग्रामीण हैंडपंप से निकल रहे गंदा पानी पीने मजबूर है। तीन गांवों के पीड़ित किसान व ग्रामीण बोतल में गंदा पानी लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जनदर्शन में कलेक्टर को दिखाकर विद्युत कटौती की शिकायत कर शीघ्र कटौती पर रोक लगाने की मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन करने की चेतावनी शासन-प्रशासन को दी है, क्योंकि क्षेत्र में 200 एकड़ से अधिक रकबा पर रबी सीजन में धान फसल भी लगा है। भिड़ावर, कोड़ेगांव बी और बारगरी के किसान व मजदूर पुनऊराम साहू, दिलीप, रामचरण, मनमोहन सिन्हा, चैनसिंग, मनराखन लाल, चम्मन साहू, जितेन्द्र सिन्हा, रामानंद साहू, कृपाराम साहू, तिलक निषाद, मयाराम पटेल, दानेश्वर साहू, पूरण लाल समेत अन्य किसान चार मार्च को कलेक्ट्रेट पहुंचे। जनदर्शन में किसान व ग्रामीण हैंडपंप से निकले गंदा पानी को बोतल में लेकर कलेक्टर नम्रता गांधी को दिखाकर शिकायत करते हुए बताया है कि गांव में लंबे समय से विद्युत कटौती की जा रही है। क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या भी है। पांच से छह घंटे लगातार विद्युत कटौती की जाती है, इससे ग्रामीण परेशान है। बोर पंपों के नहीं चलने से गांव के लंबे समय से बंद पड़े हैंडपंपों के पानी को पीने के लिए उपयोग कर रहे हैं। हैंडपंप से गंदा पानी निकल रहा है, मजबूरी में ग्रामीण व उनके परिवार इस पानी को पीने मजबूर है, क्योंकि पेयजल के लिए अन्य साधन नहीं है। घरों में बोर है, लेकिन विद्युत कटौती व लो वोल्टेज के चलते बोर नहीं चल पाता। ऐसे में ग्रामीणों ने लो वोल्टेज व विद्युत कटौती नहीं करने की मांग शासन-प्रशासन से गुहार लगाई है।
किसानों ने कहा कि भिड़ावर, बारगरी और कोड़ेगांव बी के किसानों ने करीब 250 एकड़ जमीन पर रबी सीजन में धान फसल लगाए है। खेतों में फसल तैयार हो रही है, लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ विद्युत कटौती व लो वोल्टेज होने से बोर पंप नहीं चल पा रहा है। ऐसे में इन किसानों को अपने खेतों में सिंचाई पानी के लिए परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। बोर पंपों में पर्याप्त पानी है, लेकिन विद्युत समस्या के चलते बोर नहीं चल पा रहा है, ऐसे में धान फसल की सिंचाई नहीं होने से खेत सूखने लगा है। ऐसा ही रहा तो किसानों के धान फसल सूख जाएगी। किसानों की दुखड़ा सुनने के बाद कलेक्टर नम्रता गांधी ने समस्या के निराकरण करने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है।
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