कैबिनेट : खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोत्तरी

 धान, कपास समेत 14 फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाया

कैबिनेट : खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोत्तरी

  • उपज को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया निर्णय
  • किसानों के लिए सस्ती ऋण योजना जारी रहेगी
  • चार लेन के बडवेल-नेल्लोर राजमार्ग को मिली मंजूरी

नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने अगले विपणन सत्र के लिए 14 प्रमुख खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसीप) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। सरकार का यह निर्णय किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है। पिछले साल के मुकाबले धान के एमएसपी में 69 रुपये, रागी में 596 रुपये, ज्वार 328 रुपये की वृद्धि की गई है। इसी तरह अरहर (तुअर) में 450 रुपये, उड़द में 400 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। 

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2025-26 के विपणन सत्र के लिए एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी दी। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के फैसलों की राष्ट्रीय मीडिया केन्द्र में आज जानकारी दी। वैष्णव ने बताया कि खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना की वृद्धि की गई है। सबसे अधिक वृद्धि नाइजरसीड (रामतिल), रागी, कपास, तिल (सेसमम) में क्रमश: 820, 596, 589, 579 रुपये की गई है।

प्रमुख अनाजों में धान के एमएसपी को 2300 रुपये से बढ़ाकर 2369 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, यानी 69 रुपये की वृद्धि हुई है। वहीं, उच्च गुणवत्ता वाले धान के एमएसपी में भी 69 रुपये की वृद्धि हुई है और अब इसका एमएसपी 2389 रुपये प्रति क्विंटल होगा।ज्वार की हाइब्रिड किस्म का एमएसपी 3371 रुपये से बढ़ाकर 3699 रुपये किया गया है, यानी 328 रुपये की वृद्धि हुई है। वहीं, मालदांडी किस्म का नया एमएसपी 3749 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। बाजरा के एमएसपी 2625 रुपये से बढ़ा कर 2775 रुपये किया गया है, यानी 150 रुपये की वृद्धि हुई है। रागी में सबसे ज्यादा 596 रुपये की वृद्धि हुई है और अब इसका एमएसपी 4886 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। मक्का (मकई) के एमएसपी में 175 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है और अब यह 2400 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा। अरहर (तुअर) का एमएसपी 7550 रुपये से बढ़ा कर 8000 रुपये कर दिया गया है, यानी 450 रुपये की वृद्धि। उड़द का एमएसपी 7400 रुपये से बढ़ा कर 7800 रुपये किया गया है, यानी 400 रुपये की बढ़त। मूंग में 86 रुपये की वृद्धि हुई है और अब इसका नया एमएसपी 8768 रुपये प्रति क्विंटल होगा।

मूंगफली के एमएसपी में 480 रुपये की वृद्धि हुई है और अब यह 7263 रुपये प्रति क्विंटल होगा। सूरजमुखी बीज में 441 रुपये की बढ़ोत्तरी के साथ नया एमएसपी 7721 रुपये तय किया गया है। सोयाबीन (पीली किस्म) का एमएसपी 4892 रुपये से बढ़कर 5328 रुपये कर दिया गया है, यानी 436 रुपये की बढ़त।तिल (सेसमम) के एमएसपी में 579 रुपये की वृद्धि की गई है और अब इसका नया मूल्य 9846 रुपये प्रति क्विंटल होगा। नाइजरसीड, जिसे रामतिल भी कहा जाता है, उसके एमएसपी में सबसे अधिक 820 रुपये की बढ़त हुई है, जिससे इसका नया एमएसपी 9537 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के अनुसार 2014-15 से 2024-25 के बीच धान की खरीद 7608 एलएमटी रही, जो 2004-05 से 2013-14 की तुलना में लगभग 66 प्रतिशत अधिक है। इसी अवधि में सभी 14 खरीफ फसलों की खरीद 7871 एलएमटी रही, जबकि इससे पहले की अवधि में यह केवल 4679 एलएमटी थी। 2014-25 के बीच किसानों को एमएसपी के तहत 16.35 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जबकि 2004-14 के दौरान यह केवल 4.75 लाख करोड़ था। 

केंद्र सरकार ने संशोधित ब्याज सब्सिडी योजना (एमआईएसएस) को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जारी रखने की मंजूरी दे दी है। इसका उद्देश्य किसानों को सस्ती दर पर ऋण उपलब्ध कराना है। योजना के तहत किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के माध्यम से 3 लाख रुपये तक के अल्पकालिक ऋण पर 7 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर लागू रहेगी। इसमें सरकार 1.5 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी देगी। वहीं, समय से ऋण चुकाने वाले किसान को 3 प्रतिशत तक की अतिरिक्त छूट दी जाएगी। इसे प्रॉम्प्ट रिपेमेंट इंसेंटिव (पीआरआई) कहा जाता है। इससे किसानों को समय से भुगतान को लेकर प्रोत्साहन मिलेगा। केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश में बडवेल से नेल्लोर तक चार लेन राजमार्ग के विकास को मंजूरी दे दी है। यह राजमार्ग बडवेल के गोपावरम गांव (एनएच-67) से शुरू होकर गुरुविंदापुडी (एनएच-16) तक जाएगा। इसकी कुल लंबाई 108.134 किलोमीटर होगी।

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