विदेश की धरती पर भारत के गलत तथ्यों को रखना देश का अपमान- प्रमोद तिवारी

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने पीएम के स्वदेशी से जुड़े भाषण को लेकर कसा करारा तंज

विदेश की धरती पर भारत के गलत तथ्यों को रखना देश का अपमान- प्रमोद तिवारी

लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने भाजपा की केन्द्र सरकार पर पाकिस्तान को लेकर वैदेशिक समर्थन की मुहिम पर अपरिपक्वता को लेकर कडा हमला बोला है। उन्होने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा संसदीय प्रतिनिधिमण्डल के दौरे के तहत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर आरोप मढ़ने की तीखी आलोचना की है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे विदेश की धरती पर देश की नीतियों को लेकर गलत तथ्य रखने के दोषी साबित हुए हैं। उन्होने इस मसले पर केन्द्रीय विदेश मंत्रालय को भी आडे हाथों लेते हुए कहा कि विदेश रवाना करने से पहले सांसदो के प्रतिनिधिमण्डल को इस अहम मुददे पर सम्भवतः वह परम्परागत महत्वपूर्ण राय मशविरा नही दे सका। उन्होने कहा कि भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर अमेरिकी भूमिका को लेकर घिरी मोदी सरकार जबाबदेही की जगह विदेश की धरती पर भी अपने सांसद की इस प्रकार की गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी से देश के खिलाफ माहौल बनने की चिन्ता से भी बेफिक्र है। उन्होनें कहा कि सत्तारूढ़ दल के सांसद निशिकांत दुबे के द्वारा विदेश की धरती पर भारत के गलत और आधारहीन तथ्यों को प्रस्तुत करना भी कूटनय के क्षेत्र में विदेश मंत्रालय की एक और बड़ी विफलता सामने ले आयी है। उन्होने सरकार से राष्ट्रीय सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखण्डता से जुड़े अहम मसले पर भाजपा सांसद के देश के हित के खिलाफ बयानबाजी पर उन्हें फौरन प्रतिनिधिमण्डल से वापस बुलाए जाने पर जोर दिया है। उन्होनें कहा कि नेहरू इंदिरा कार्यकाल में देश की विदेश नीति के सुस्पष्ट होने के कारण पडोसी राष्ट्र आवश्यकता पड़ने पर देश के मित्रवत राष्ट्र की भूमिका अर्न्तराष्ट्रीय मंचों पर निभाते रहे। उन्होनें कहा कि मौजूदा समय में ढुलमुल और बेपटरी पर आ खडी हुई विदेश नीति के चलते पडोसी भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ रिश्तों पर आयी आंच के कारण भारत अकेला पड़ गया है। वही राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने पीएम मोदी के द्वारा स्वदेशी को लेकर हालिया वक्तव्य को पर उपदेश कुशल बहुतेरे की सियासी संज्ञा दी है। उन्होने कहा कि आयात और निर्यात की नीति पूरी तरह से केन्द्र सरकार की हुआ करती है। उन्होने प्रधानमंत्री से सवालिया अंदाज में पूछा है कि पिछले 2014 से चीन को लेकर भारत में आयात की नीति के कारण वहां से आने वाले सामानों का अनुपात क्यों बढ़ा हुआ है। उन्होने कहा कि संवैधानिक रूप से मोदी सरकार चीनी सामानों का आयात बड़े पैमाने पर कर रही है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री को चीन के सामानों के बहिष्कार की देशवासियों को झूठी नसीहत देने की जगह चीन से आयात पर कडे प्रतिबंध लगाए जाने का साहस दिखलाना चाहिए। उन्होने तंज कसा कि पीएम मोदी का विदेशी चश्मा, सूट, घड़ी व पेन उनके स्वदेशी प्रेम के इस थोथे नारे की रोज असलियत बयां किया करता है। उन्होने कहा कि पीएम मोदी को पहले खुद स्वदेशी को लेकर गुजरात में जगी हुई आत्मा को रोज खुद से साक्षात्कार कराना चाहिए। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का यह बयान बुधवार को मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है।

Tags:  

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां