जनपद न्यायालय में मनाया गया स्वतन्त्रता दिवस, न्यायाधीश ने किया ध्वजारोहण
हाथरस।15 अगस्त को स्वतन्तत्रा दिवस के अवसर पर जनपद न्यायालय परिसर में जनपद न्यायाधीश, सतेन्द्र कुमार द्वारा ध्वजारोहण किया गया। जनपद न्यायाधीश द्वारा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा गया कि हमारे देश ने बहुत संघर्षों के बाद आजादी प्राप्त की थी। हमारे देश के वीर सेनानियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए संघर्ष किया और हमें आजादी दिलाई। हमें उनके त्याग और बलिदान को कभी भूलना नहीं चाहिए। लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय किसान, जय जवान, जय विज्ञान का नारा दिया था। 15 अगस्त 1947 को हमारे इस मातृभूमि का पहला स्वतंत्रता दिवस था. आज जिस भूमि को हम अपना आजाद वतन मानते हैं उसे आजाद हुए 78 वर्ष हो चुके हैं. सोने की चिड़िया से ब्रिटिश कॉलोनी बनने से लेकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक बनने का भारत देश का लंबा सफर सराहनीय और विख्यात है. आज हम इस आजादी की हवा में सांस ले पा रहे हैं क्यूंकि हमारे पूर्वजों ने हमें यह आजादी दिलाने के लिए 200 वर्ष तक संघर्ष किया। तदोपरान्त जनपद न्यायालय, में जनपद न्यायाधीश एवं समस्त न्यायिक अधिकारीगण द्वारा वृक्षारोपण किया गया । इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, रविन्द्र कुमार, अपर जनपद न्यायाधीश, महेन्द्र श्रीवास्तव, रामप्रताप सिंह, चित्रा शर्मा, हर्ष अग्रवाल, विजय कुमार, महेन्द्र कुमार रावत, प्रशान्त कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जयहिन्द कुमार सिंह, सिविल जज(व.प्र.), हाथरस, मुन्नालाल, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, दीपकनाथ सरस्वती, न्यायिक मजिस्ट्रेट, पूनम कुमारी चैहान एवं अपर सिविल जज(क.प्र.) चारू सिंह आदि उपस्थित रहें।
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