20 व मानस सम्मेलन का शुभारंभ
रामचरितमानस चलता फिरता पवित्र मंदिर । ईश्वर दास
फर्रुखाबाद। श्री राम कथा आयोजन समिति द्वारा आयोजित 20 व मानस सम्मेलन का शुभारंभ सूर्य पूजन के साथ करते हुए मुख्य अतिथि दुर्वासा ऋषि आश्रम पांचाल घाट के प्रमुख 1008 ईश्वर दास ब्रह्मचारी जी महाराज ने कहा कि रामचरितमानस चलता फिरता पवित्र मंदिर है अयोध्या में भगवान श्री राम के पावन पवित्र मंदिर का भव्य भवन निर्माण करोड़ों हिंदुओं की आस्थाओं का प्रतीक है विश्व के सनातन धर्मयो का जुड़ाव आस्था श्री राम मंदिर से जुड़ी है मानस मानव के चरित्र का निर्माण करती है
मानस का प्रत्येक व्यक्ति त्याग का प्रतीक है अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए हजारोलोग शहीद हुए हैं अत्याचारियों ने एक मन्दिर तोड़ा था लेकिन गोस्वामी जी ने मानस रूपी मन्दिर तैयार किया जो सर्वत्र व्याप्त हो गया इस ग्रंथ का दर्शन-पठन- पाठन प्रत्येक व्यक्ति कोकरना चाहिए। वही आचार्य पं. सर्वेश शुक्ल- रामायणी ने श्री राम चरित मानस प्रत्येक व्यक्ति, के जीवन का आधार बताया जो व्यक्ति के सभी प्रकार के पापों को नष्ट करता है और जीवन सुखमय मंगल कारी बनाता है।"
श्री रामकथा के संयोजक भारत सिंह एवं ब्रजकिशोर ने कहा पिछले बीस वर्षों से यह सम्मेलन समाज में भारतीय सस्कृति एवं सनातन धर्म के संस्कार देने का काम कर रहा है वर्तमान समय कलयुग में श्री रामकथा ही जीव का मंगलमय जीवन कर सकती है। इस अवसर पर श्री राम भक्त मीडिया प्रभारी) राजेश निराला, अंजुम दुबे, राहुल कनौजिया, अशोक वर्मा, मनीष गुप्ता, विमल कटियार मुकेश सिंह रजनी कनौजिया,मुकेश सिंह गुड्डू ,प्रशांत कुमार सिंह, कुसुम सिंह,निर्मल सिंह,गीता गुप्ता रवीन्द्र भदौरिया, अनुराग पाण्डेय, आदि उपस्थिति रहे ।
श्री राम कथा विराम, श्री राम दरबार श्री राम चरित मानस ग्रन्थ की आरती श्री मती शकुन्तला कनौजिया (माताजी) निर्मला सिंह, मधु दुबे, श्रीमती शारदा भदौरिया (ग्वालिय(मं.प्र.) ने पूजन-अर्चन-वंदन करके आरती उतारी। कथा व्यवस्था में गगन सिंह, विमल, नेकसे आदि बच्चों ने चरण पादुकाओं की सुरक्षा व्यवस्था की कथा संयोजक एवं आयोजक, भारत सिंह एवं ब्रजकिशोर सिंह किशोर ने मुख्य अतिथि संत शिरोमणि को स्मृति चिन्ह एवं प्रसाद दिया। और सभी से श्री रामकला में समय से पधारने का अनुरोध किया।
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