बारिश में बनायें महाराष्ट्रीयन स्टाइल बटाटा वड़ा
खायें गरमागरम आ जायेंगा डबल मजा
दोस्तों बरसारत का मौसम खाने पीने का मौसम होता है। आज सुबह सेेेेेे ही बारिश हो रहीं है। ऐसे में चाय के साथ अगर गरमागरम बटाटा वड़ा खाने को मिल जाये तो मजा ही आ जयेगा तो फिर सोचना क्या हो जायें बनाने के लिये तैयार बटाटा वड़ा। बताते चले कि बटाटा वड़ा मुंबई का एक लोकप्रिय स्ट्रीट फ़ूड स्नैक है। मराठी भाषा में 'आलू' को 'बटाटा' कहा जाता है और 'वड़ा' का अर्थ है 'तला हुआ नाश्ता'। इसलिए इसका नाम पड़ा बटाटा वड़ा।
वहीं दक्षिण भारत में, बटाटा वड़ा को आलू बोंडा के नाम से जाना जाता है। मुंबई और महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में इस स्नैक को बटाटा वड़ा कहा जाता है। आलू की स्टफिंग बनाने के तरीके में बहुत सी विविधताएँ हैं। महाराष्ट्र में भी पुणे, नासिक, कोल्हापुर आदि जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में बटाटा वड़ा का स्वाद अलग-अलग होता है।
बटाटा वड़ों का सबसे अच्छा मज़ा तब आता है जब इन्हें मसालेदार हरी चटनी और सूखी लहसुन की चटनी के साथ गरमागरम परोसा जाता है। बरसात में ऐसा नाश्ता तो बारिश के मजे को दो गुना कर देता है।
वैसे वड़ों को बन्स, ब्रेड रोल (पाव) या ब्रेड के बीच में भरकर प्याज़ या टमाटर के साथ भी खा सकतें है।
बनाने के लिये सामाग्री
आलू उबले हुए, बेसन, नमक,मसाले, तलने के लिये तेल
बनाने का तरीका
उबले आलू को छील कर अच्छे से मैस कर लेते हैं इसके बाद मैस आलू को तेल और मसालों के साथ भून लेते हैं। फिर बेसन को एक बर्तन में फेट लेते हैं। कड़ाही में तेल डलते हैं। फेटे बेसन में वड़ों को को डिप कर के तेल में तलते हैं। लो बन गया महाराष्ट्रीयन स्टाइल बटाटा वड़ा अब चाय के साथ गरमागरम खाएं मजा आ जायेगा।
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