वाराणसी में सुबह से ही रिमझिम बारिश, बाजारों में सन्नाटा, किसानों की नींद उड़ी

वाराणसी में सुबह से ही रिमझिम बारिश, बाजारों में सन्नाटा, किसानों की नींद उड़ी

वाराणसी । मिचौंग साइक्लोन के असर से वाराणसी में गुरूवार सुबह से ही रिमझिम बारिश का सिलसिला थम नहीं रहा है। बारिश और नमी से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। अपरान्ह दो बजे तक वाराणसी का अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस,नमी 92 फीसदी दर्ज की गई। उधर,लगातार रिमझिम बारिश से बाजारों में सन्नाटा पसर गया है। लगन के सीजन में दुकानों में खरीददारों की भीड़ भी अपेक्षाकृत कम दिखी। जरूरी खरीददारी के लिए ही लोग निकल रहे है। बारिश में धान की पकी फसल खेतों में लोटने और खलिहानों में काट कर रखे धान के बोझ (गठ्ठर)भीग रहे हैं। गेहूं की बोआई भी देर से होने का डर सताने लगा है। चंदौली जनपद के धूसखास गांव के किसान दिलीप कुमार मिश्र 'बबलू' और अविनाश मिश्र ने बताया कि आगामी दो दिनों तक मौसम के इस तेवर में बदलाव नहीं हुआ तो खेती किसानी को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है।

फिलहाल बारिश को देख खेतों से धान की कटाई आज रोका गया है। खलिहानों में रखी धान की फसल की मिसाई बारिश से नहीं हो रही है। मिसे गए धान को इसके पुवाल से भी ढ़का गया है। बारिश लगातार होगी तो धान में नमी का असर भी होगा। बबलू मिश्र ने बताया कि खेतों के गीला रहने से हार्वेस्टर से कटाई होने में दो दिन का समय लग सकता है। गौरतलब हो कि प्रदेश में मिचौंग तूफान का असर दिखने लगा है। वाराणसी,प्रयागराज और गोरखपुर में सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। लेकिन अगले हफ्ते तापमान में 2 से 3 डिग्री तक कमी आ सकती है, जिसके वजह से ठंड पड़ सकती है।

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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है। 

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