गर्मी के मौसम में हाइड्रेड रहिये : डा. वी.के. वर्मा
खतरनाक है डिहाइड्रेशन, इससे बचिये - डा. वी.के. वर्मा
बस्ती - चिलचिलाती गर्मी है, सावधान रहने की जरूरत है। सबसे जरूरी खुद को हाइड्रेड रखना है। इस मौसम में पानी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। ये आपको हाइड्रेट और ठंडा रखते हैं। इस मौसम में तरबूज, ककड़ी, संतरे जैसे रसदार फलों और जामुन, मौसबी व लीची, अनानास, खरबूजा, सलाद, टमाटर और तोरी, लौकी, भिंडी, टिंडे जैसी सब्जियों का चुनाव करें। यह न केवल शरीर में पानी की कमी पूरी करती हैं, बल्कि विटामिन और मिनरल जैसे पोषक तत्वों की पूर्ति भी करती हैं।
बस्ती जिला अस्पताल के आयुष चिकित्साधिकारी डा. वी.के. वर्मा ने तेज धूप में घर के अंदर रहने, शराब और कैफीन से रहें दूर रहने, घर का बना भोजन करने, आंखों का विशेष ध्यान रखने, खुले शरीर धूप में न निकलने, अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह ना जाने, कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीने और लू लगने पर तत्काल योग्य चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह दिया है। डा. वर्मा ने कहा तन्दुरूस्ती लाख नियामत है, सेहत अच्छी न हो तो अकूत मिल्कियत भी किसी काम की नहीं।
पानी, नारियल पानी या नींबू पानी जैसे मध्यम ठंडे तरल पदार्थ पीने से शरीर को आंतरिक रूप से ठंडा करके शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिल सकती है। तरल पदार्थों के नियमित सेवन से निर्जलीकरण को भी रोका जा सकेगा, जो शरीर की गर्मी बढ़ने का एक प्रमुख कारण है। सुबह गुनगुने पानी के साथ नींबू पानी भी मिलाएं तो ज्यादा अच्छा रहता है। लेकिन दोपहर या शाम को जब तापमान अधिक रहता है तब सामान्य पानी पीना चाहिए। ठंडे पानी के मुकाबले गर्म पानी पीने से भोजन पचाने में आसानी होती है।कोल्ड खीरे का रस, 4-5 पुदीने की पत्तियों को काट लें, एक चुटकी चाट मसाला या काला नमक डालें, 1 चम्मच कच्चे आम को कद्दूकस कर लें और सेवन करें। खीरे की तासीर ठंडी होती है, इसमें पानी की प्रचुर मात्रा में है जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।
तमाम कई अध्ययनों से पता चलता है कि एक वयस्क को स्वास्थ्य संबंधी खतरों से सुरक्षित रखने के लिए रोजाना कम से कम 2.7 लीटर पानी पीना चाहिए। ऐसा न करने से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ सकता है। वहीं एक आदर्श आंकड़े की बात करें तो, एक दिन में कम से कम 7 से 8 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। यह भी कहा जाता है कि प्रति 15 कि. वेट पर एक ली. पानी पीना जरूरी होता है।
डा. वी.के. वर्मा कहते हैं गर्मी या तेज धूप में बाहर निकलते समय होम्योपैथिक दवा ग्लोनाइन की गोलियां ली जा सकती हैं। सिर दर्द, चेहरा लाल हो तो ’बेलाडोना’ की गोलियों से लाभ मिल सकता है। इसके अलावा नेट्रम म्यूर, अलियम सेप्पा, ग्लोनाइन, बैलाडोना, ब्रायोनिया, इपीकाक, एकोनाइट, आर्सेनिंक एलबम, चायना, नक्सबोम, कार्बोवेज, लाइकोपोडियम लक्षणानुसार चिकित्सक के परामर्श पर ली जा सकती हैं।