ब्राह्मण महासभा ने समाज में 108 उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं को किया सम्मानित
गाजियाबाद। विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के तत्वाधान में समाज में 108 उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।गाजियाबाद के लोहिया नगर हिंदी भवन में विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के तत्वाधान में108 उत्कृष्ट कार्य करने वाले महानुभावों को सम्मानित करने से पूर्व भगवान परशुराम के चित्र पर ज्योति प्रज्वलित, वैदिक मंत्रोउच्चार, शंखध्वनि, पुष्पअर्पित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया कार्यक्रम के आयोजक विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के पीठाधीश्वर ब्रह्मऋषि विभूति बीके शर्मा हनुमान ने कहा कि यह वह प्रतिभाएं हैं जिन्होंने सामाजिक सरोकारों से जुड़कर न केवल देश के लिए कुछ किया अपितु समाज में मिसाल कायम की है और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बने हैं। यह सभी पात्र किसी ना किसी रूप में समाज के उत्थान एवं राष्ट्र हित के कार्यों में जुटे हुए हैं। अपने आप को समाज का अभिन्न अंग मानते हुए सबके हित में अपना हित समझते है, अपने चारों ओर सवच्छ मधुरता, सादगी, सज्जनता का माहौल बनाकर रखते है, नागरिक कर्तव्यों का पालन करते हुए समाज निष्ठावान बने जाति, लिंग, प्रांत, सम्प्रदाय, भाषा के साथ कोई भेदभाव नही करते राष्ट्रीय एकता और अखंडता अपनी सभ्यता और संस्कृति को बनाए रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहे है इन सभी का उद्देश्य हम उत्कृष्ट बनेगें और दूसरों को भी श्रेष्ठ बनाने में अपना योगदान देगें ऐसे और भी बहुत सारे कर्तव्य समाज के उत्थान के प्रति हम सभी मानव जाति के अंदर होनी चाहिए जिससे "हम बदलेंगे युग बदलेगा "हम सुधरेंगे युग सुधरेगा "कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा गाजियाबाद लोकसभा सांसद अतुल गर्ग उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नरेंद्र कश्यप कैलाश मानसरोवर भवन के अध्यक्ष उदय कौशिक डॉ अनिल अग्रवाल राज्यसभा सांसद संयुक्त बयान में कहा मौजूदा दौर मे संवैधानिक व्यवस्था मे अलग-थलग पड़े समस्त ब्राह्मणों को एकजुट होकर अपने उत्थान के लिए स्वयं संघर्ष करने के साथ-साथ धर्म व संस्कृति के पतन की रक्षा के लिए समाज को दिशाहीन होने से बचाना भी ब्राह्मण का दायित्व होना चाहिए। समाज संगठित होकर खड़ा रहता है , किंतु विभाजित होते ही गिर पड़ता है। संगठन में बहुत ताकत है । समाज संगठन को लेकर कुछ लोग मंच से भ्रम फैलाते हैं कि समाज के लोग परस्पर टांग खींचते हैं..समाज कभी संगठित नहीं हो सकता..आदि। यदि हम सकारात्मक सोच से देखेंगे तो हम पाएंगे कि हर समाज संगठित है । संगठन के बल पर ही वह उन्नति के पथ पर बढ़ता जा रहा है। अखिल भारत हिंदू महासभा /संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने कहा की जिसके हृदय में गुरु,देवता,माता-पिता और अतिथि के प्रति भक्ति है। जो दूसरों को भी भक्तिमार्ग पर अग्रसर करता है,जो सदा पुराणों की कथा करता और धर्म का प्रचार करता है। शास्त्रों में ऐसे ब्राह्मण के दर्शन से अश्वमेध यज्ञों का फल प्राप्त होने की बात कही गई है। कथाओं के अनुसार एक बार पितामह भीष्म जी ने पुलस्त्य जी से पूछा हे गुरुवर! मनुष्य को देवत्व, सुख, राज्य, धन, यश, विजय, भोग, आरोग्य, आयु, विद्या, लक्ष्मी, पुत्र, बन्धुवर्ग एवं सब प्रकार के मंगल की प्राप्ति कैसे हो सकती है। तब पुलस्त्य जी ने उनकी बात का उत्तर देते हुए कहा राजन!इस पृथ्वी पर ब्राह्मण सदा ही विद्या आदिइ गुणों से युक्त और श्रीसम्पन्न होता है। तीनों लोकों और प्रत्येक युग में विप्रदेव नित्य पवित्र माने गए हैं। ब्राह्मण देवताओं का भी देवता है। संसार में उसके समान कोई दूसरा नहीं है। वह साक्षात धर्म की मूर्ति है और सबको मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करने वाला है। ब्राह्मण सब लोगों का गुरु, पूज्य और तीर्थस्वरुप मनुष्य है। पूर्वकाल में नारदजी ने ब्रम्हाजी से पूछा था। ब्रम्हन्! किसकी पूजा करने पर भगवान लक्ष्मीपति प्रसन्न होते हैं। तो ब्रह्मा जी बोले, जिस पर ब्राह्मण प्रसन्न होते हैं,उस पर भगवान विष्णु जी भी प्रसन्न हो जाते हैं। अत: ब्राह्मण की सेवा करने वाला मनुष्य निश्चित ही परब्रम्ह परमात्मा को प्राप्त होता है। ब्राह्मण के शरीर में सदा ही श्री विष्णु का निवास है। जो दान, मान और सेवा आदि के द्वारा प्रतिदिन ब्राह्मणों की पूजा करते हैं, उसके द्वारा मानों शास्त्रीय पद्धति से उत्तम दक्षिणा युक्त सौ अश्वमेध यज्ञों का अनुष्ठान हो जाता है। जिसके घर पर आया हुआ ब्राह्मण निराश नही लौटता, उसके समस्त पापों का नाश हो जाता है। पवित्र देश काल में सुपात्र ब्राह्मण को जो धन दान किया जाता है वह अक्षय होता है। वह जन्म जन्मान्तरों में फल देता है, उनकी पूजा करने वाला कभी दरिद्र, दुखी और रोगी नहीं होता है। जिस घर के आंगन में ब्राह्मण की चरणधूलि पड़ने से वह पवित्र होते हैं वह तीर्थों के समान हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद /वरिष्ठ समाजसेवी राम अवतार जिंदल ने की मंच पर उपस्थित संस्था के मुख्य संरक्षक रामनरेश पिंडीवासा , संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष पंडित महेश कुमार शर्मा, संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला शक्ति प्रकोष्ठ सीमा भार्गव, भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, पूर्व विधायक के के शर्मा पूर्व विधायक सुरेंद्रनगर मुन्नी, पूर्व मंत्री सतीश शर्मा, नानक चंद शर्मा, मौजूद थे अति सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति पूर्णिमा के चंद्रमा दर्शन जैसी रहीऔर सभी ने अपनी वाणी को पवित्र करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, कैबिनेट मंत्री नरेंद्र कश्यप, गाजियाबाद लोकसभा सांसद अतुल गर्ग, एक स्वर में कहा कि ब्राह्मणों के हाथों में पृथ्वी हजारों वर्ष तक सुरक्षित रही है। परंतु, आज लोग ब्राह्मण को आम आदमी बनाना चाहते हैं। ब्राह्मण ऐसा तारा है, जिसकी चमक के आगे बाकी सब की चमक फिकी है। हमलोग मनुष्य की रचना करने वाले ब्रह्मा के प्रथम पुत्र हैं। ब्राह्मण शब्द भगवान ब्रह्मा की देन है और यह बात सभी जानते हैं। वैदिक ज्ञान में निपुणता, कर्मकांड को करने में कुशलता और राष्ट्र की सेवा करने का संकल्प ब्राह्मण में जन्मजात होते हैं इस अवसर पर संस्था के महासचिव शैलेंद्र शर्मा, संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सतीश भारद्वाज, योगेश दत्त गौड़ सचिव, लोकेश कौशिक कोषाध्यक्ष, रघुनंदन भारद्वाज महासचिव, सुभाष शर्मा महासचिव, संदीप शर्मा महासचिव, बृजपाल शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, आर पी शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, देवासी सो जा वरिष्ठ उपाध्यक्ष अलोकचंद शर्मा कपिल पंडित विजय कौशिक मीडिया प्रभारी, विनीत कुमार शर्मा उपाध्यक्ष, मनोज शर्मा संगठन मंत्री, सचिन भारती कार्यालय मंत्री अशोक भारतीय राष्ट्रीय संयोजक राहुल शर्मा अंकित शर्मा जिला अध्यक्ष डॉक्टर रेनू शर्मा डॉ एसपी गुप्ता, डॉ सुजीत सिंह डॉ दिनेश गौतम कृष्ण मंडार दिल्ली उपस्थित रहे।
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