बसंत कुमार शर्मा की रचित “ढाई आखर” दोहा द्वितीय पुरस्कार के लिए चयनित
प्रयागराज। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य यात्री परिवहन प्रबंधक बसंत कुमार शर्मा द्वारा रचित “ढाई आखर” दोहा संग्रह मैथिली शरण गुप्त योजना अंतर्गत द्वितीय पुरस्कार के लिए चयनित हुई है।
ज्ञात हो कि काव्य और गजल संग्रह के उत्कृष्ट कृतियों को सम्मानित करने के उद्देश्य से राजभाषा विभाग, रेलवे बोर्ड द्वारा मैथिली शरण गुप्त योजना का संचालन किया जाता है। बसंत कुमार शर्मा को उनकी इस पुस्तक के लिए वर्ष 2023 आधार वर्ष के लिए यह पुरस्कार प्राप्त हो रहा है। इसके अंतर्गत बसंत कुमार शर्मा को पुरस्कार स्वरूप रु 10,000 एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
श्री शर्मा द्वारा रचित इस इस पुस्तक में सात सौ दोहों में कवि ने अपनी लेखनी से मानवीय मूल्यों, प्रेम, करुणा, सद्भावों और साहित्यिक संस्कारों के साथ-साथ सामाजिक विसंगतियों को अभिव्यक्त किया है। अनुप्रास, यमक, मानवीकरण, उपमा, विरोधाभास, पुनरुक्ति प्रकाश आदि विविध अलंकारों से अलंकृत यह कृति अनेक प्रकार के रसों का आस्वादन कराती है। दोहों की मूल भाषा सरल-सहज हिंदी है। जिसमें उर्दू, अंग्रेज़ी, देशज, आंचलिक भाषाओं के शब्द मित्रवत् परस्पर व्यवहार कर सार्थकता प्रदान करते हैं।
वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि श्री शर्मा भारतीय रेल यातायात सेवा के अधिकारी हैं। जिनके द्वारा प्रकाशित पुस्तकों में बुधिया लेता टोह-गीत-नवगीत संग्रह-वर्ष 2019-काव्या प्रकाशन, दिल्ली, शाम हँसी पुरवाई में-गजल संग्रह-वर्ष 2020-ब्लू रोज पब्लिशर्स, नई दिल्ली एवं ढाई आखर दोहा संग्रह, वर्ष 2023-श्वेतवर्णा प्रकाशन, नई दिल्ली प्रमुख हैं। श्री शर्मा की इस उपलब्धि पर महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे उपेंद्र चंद्र जोशी सहित अन्य अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी।
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