एसपी दीपक भूकर बने उन्नाव के वारियर, जिनके बोलते है एक्शन...

सख्ती भी, संवेदना भी—एसपी भूकर का संतुलित नेतृत्व बना चर्चा का विषय

एसपी दीपक भूकर बने उन्नाव के वारियर, जिनके बोलते है एक्शन...

उन्नाव। उत्तर प्रदेश का उन्नाव जिला, जहां कभी कानून-व्यवस्था पर सवाल उठते थे, आज एक नए बदलाव का गवाह बन रहा है। इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह हैं एसपी दीपक भूकर—एक ऐसे पुलिस अधिकारी जिन्होंने अपने सख्त, संवेदनशील और निष्पक्ष नेतृत्व से न केवल पुलिस विभाग में अनुशासन लौटाया, बल्कि आम जनमानस में सुरक्षा और भरोसे की भावना को भी पुनर्जीवित किया है। दीपक भूकर की कार्यशैली में न कोई होड़ है, न कोई शोर। वे ना तो कैमरों के पीछे भागते हैं, और न ही दिखावे की रणनीति अपनाते हैं। लेकिन उनका हर कदम, हर आदेश, हर कार्रवाई पूरे जिले की व्यवस्था को नई दिशा देता है। वे न केवल अपराधियों के लिए कड़ा संदेश हैं, बल्कि एक आम नागरिक के लिए आश्वासन कि ‘कानून जिंदा है।’सिर्फ हेडलाइन बनाने वाले फैसले नहीं, बल्कि जमीन से जुड़े सुधारों की वजह से आज उन्नाव की जनता कहती है—“अब पुलिस से डर नहीं, भरोसा होता है।”
 
14 दिन, 14 निलंबन – जवाबदेही की मिसाल
 
उन्नाव में एसपी का चार्ज संभालते ही दीपक भूकर ने शुरुआत पुलिस विभाग के भीतर से की। पहले 14 दिन में ही 14 पुलिसकर्मियों को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया गया। यह सिर्फ एक अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं थी, बल्कि एक स्पष्ट संदेश था—अब काम चलेगा नियम से, सिफारिश से नहीं।
 
 
ऑपरेशन कनविक्शन – अपराधियों के लिए काल
 
एसपी भूकर की अगुआई में उन्नाव पुलिस ने ‘ऑपरेशन कनविक्शन’ के तहत यूपी में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। यह सफलता दर्शाती है कि केवल गिरफ्तारी नहीं, बल्कि दोषियों को सजा तक पहुंचाना ही असली पुलिसिंग है। जहां वे लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई से पीछे नहीं हटते, वहीं आम लोगों की शिकायतों को लेकर बेहद संवेदनशील रहते हैं। हाल ही में एक महिला की शिकायत पर उन्होंने न केवल तत्काल एफआईआर दर्ज करवाई, बल्कि खुद प्रगति रिपोर्ट मंगवाई।
 
हर थाने पर नजर, हर शिकायत पर फोकस
 
थानों के औचक निरीक्षण, सीसीटीएनएस की समीक्षा, मालखानों की स्थिति की जांच और महिला हेल्पडेस्क की निगरानी—एसपी भूकर की कार्यशैली केवल कुर्सी तक सीमित नहीं है। वे स्वयं फील्ड में जाकर प्रशासनिक सुधारों की निगरानी करते हैं और सुधार की दिशा में तत्परता दिखाते हैं।
 
संवेदनशीलता और श्रद्धा का संतुलन
 
उन्नाव में कार्यभार संभालने के बाद एसपी दीपक भूकर ने स्थानीय मंदिर में पूजा-अर्चना कर जिले की परंपरा और भावनाओं से जुड़ाव दिखाया। उनकी संवेदनशीलता केवल धार्मिक भावनाओं तक सीमित नहीं, बल्कि हर पीड़ित, हर वंचित को न्याय दिलाने की प्राथमिकता में भी झलकती है।
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