तीन जनवरी को राजकीय झारखंड आंदोलनकारी दिवस घोषित करने की मांग

तीन जनवरी को राजकीय झारखंड आंदोलनकारी दिवस घोषित करने की मांग

रांची। झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती बुधवार को झारखंड आंदोलनकारी दिवस के रूप में मनाई गई। साथ ही तीन जनवरी को राजकीय झारखंड आंदोलनकारी दिवस घोषित करने की मांग की गई। इस दौरान भव्य संस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मारंग गोमके को समर्पित आंदोलन नामक स्मारिका का लोकार्पण पदम मुकुंद नायक, पुष्कर महतो, भुवनेश्वर केवट, इजहार राही, सरोजनी कच्छप, सीपीआई सचिव महेंद्र पाठक ने संयुक्त रूप से किया।

कार्यक्रम झारखंड आंदोलनकारियों के जुलूस के शक्ल में और संस्कृति टोली के साथ रांची मैन रोड अल्बर्ट एक्का चौक के पास से आरंभ होकर मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम गाए व माल्यार्पण करते हुए बेहतर झारखंड बनाने का संकल्प लिया गया। पदम मुकुंद नायक के अगुवाई में संस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। साथ ही आंदोलनकारियों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गाया। मौके पर झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड को बेहतर राज्य बनाने एवं गंदी राजनीति के अखाड़े के दलदल से निकालने के लिए आज एक सशक्त संगठन की आवश्यकता है और सशक्त संगठन के माध्यम से ही सशक्त आंदोलन संभव है। सशक्त संगठन के लिए झारखंड के अलग-अलग समाज के छात्रों, युवाओं, मजदूरों, किसानों एवं महिलाओं को आगे आना ही होगा।

 

 

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