डीएम ने वृहद गौ-आश्रय स्थल पहाड़पुर का किया औचक निरीक्षण
गौ-आश्रय स्थल में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों व ग्राम प्रधान के विरूद्ध की गयी कार्रवाई
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने विकास खण्ड लालगंज के अन्तर्गत वृहद गौ-आश्रय स्थल पहाड़पुर का औचक निरीक्षण किया। डीएम ने गौ आश्रय स्थल पहुॅचकर पशुओं को चरही में दिये गये चारे को देखा जिसमें केवल भूसा मिला हरे चारे का एक भी कण नही पाया गया लेकिन गोदाम में हरा चारा रखा हुआ पाया गया। गोवंशो को पर्याप्त चारा नही दिया जा रहा था जिससे गौ-आश्रय स्थल में मौके पर गोवंश दुबले पतले पाये गये। मौके पर गोवंशों का 50 प्रतिशत ईअर टैग पाया गया जिस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते पशु चिकित्साधिकारी को कड़ी फटकार लगायी और इनको प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुये विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिये गये तथा फोन के माध्यम से मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि स्वयं अपनी टीम लगाकर सभी पशुओं के ईअर टैग नम्बर सहित कराये और एक सप्ताह के अन्दर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। वृहद गौ-आश्रय स्थल में पशुओं हेतु 6 शेड बनाये गये थे और पानी मौके पर भरा हुआ पाया गया, गोदाम में भूसा भी पर्याप्त मात्रा में मिला। डीएम ने पशुओं के मृत्यु सम्बन्धी रजिस्टर को देखा तो पाया कि जिन पशुओं की मृत्यु हुई है उनकी संख्या दर्शायी गयी थी और किस कारणवश पशुओं की मृत्यु हुई उसको नही दर्शाया गया था और पशुओं की मृत पंजिका में माह मई 2025 में मृत गोवंशों का विवरण अंकित है जो ईअर टैंग गोवंश है किन्तु जिन गोवंशों की ईयर टैगिंग नही की गयी है ऐसे मृत गोवंशों के सम्बन्ध में कोई भी जानकारी रजिस्टर में अंकित नही पाया गया जिसमें घोर लापरवाही उजागर हुई, ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी को दिया गया। डीएम ने निर्देशित किया कि गौ-आश्रय स्थल की उबड़-खाबड़ जमीन का समतलीकरण कराकर पौधरोपण की कार्यवाही की जाये। खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जब से गौशाला बनी है सभी रजिस्टरों की जांच की जाये तथा अब तक आय-व्यय के सम्बन्ध में लेखाकार की मदद लेते हुये आडिट रिपोर्ट 15 दिन में प्रस्तुत करें। नोडल अधिकारी खण्ड शिक्षा अधिकारी रामपुर संग्रामगढ़ रविशंकर द्वारा पूर्व में किये गये निरीक्षण को सही से न किये जाने पर उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया गया। उन्होने कहा कि नोडल अधिकारी द्वारा अन्तिम समय कब निरीक्षण किया गया था उसकी रिपोर्ट एवं आज के निरीक्षण के रिपोर्ट का मिलान किया जाये। खण्ड विकास अधिकारी लालगंज के शिथिल पर्यवेक्षण पर डीएम ने प्रतिकूल प्रविष्टि हेतु निर्देशित किया। ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव से पूछे जाने पर बताया गया कि 1704 गोवंश यहां सरंक्षित है और डीएम ने मौके पर सभी पशुओं की गणना करायी तो पर्याप्त संख्या एवं पंजिका में अंकित गोवंशों की संख्या में काफी अन्तर परिलक्षित हुआ, प्रथम दृष्टया वित्तीय अनियमितता परिलक्षित होती है जिस पर पंचायत सचिव को निलम्बित करने के निर्देश दिये और बीडीओ को निर्देशित किया गया कि सम्बन्धित कर्मचारी व ग्राम प्रधान के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करायी जाये। इस दौरान डीएम ने गोवंशों के मृत्यु स्थल जहां पर उनको दफनाया जाता है उसका निरीक्षण किया तो पाया गया कि अलग-अलग गोवंशों को दफनाया जाता है जिस पर निर्देशित किया गया कि एक ही स्थल पर मृत्यु गोवंशों को दफनाया जाये। निरीक्षण के दौरान नर-मादा पशु हेतु अलग अलग शेड नही थे जिस पर निर्देशित किया गया कि नर-मादा पशुओं को अलग अलग रखा जाये। डीएम ने कहा कि जो भी छोटे नन्दी व बछड़े है उनकी सुरक्षा के लिये सेफ्टी स्थल बनाये। गौ-आश्रय स्थल पर गोवंशों की देखरेख हेतु लगे केयरटेकर से उनकी मजदूरी के सम्बन्ध जानकारी ली गयी तो बताया गया कि मजदूरी समय से प्राप्त हो जाती है। इस दौरान खण्ड विकास अधिकारी लालगंज मानवेन्द्र सिंह, पशु चिकित्साधिकारी डा0 नरोत्तम सिंह, पंचायत सचिव अभिनाष, ग्राम प्रधान शीला शुक्ला उपस्थित रहे।
इसके उपरान्त लौटते समय मोती का पुरवा में पहुॅचकर डीएम ने ग्रामवासियों से प्रदेश सरकार द्वारा मिलने वाले लाभ जैसे बिजली, आवास, मनरेगा मजदूरी, राशन आदि के सम्बन्ध में जानकारी ली तो लोगो द्वारा बताया गया कि प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। ग्रामवासियों द्वारा शिकायत की गयी कि पानी निकास हेतु नाली नही बनी है जिस पर डीएम ने बीडीओ को निर्देशित किया कि पानी निकासी हेतु नाली का निर्माण कराया जाये। इस दौरान गांव में हैण्डपम्प 10-10 मीटर की दूरी पर लगे हुये पाये गये जिस पर डीएम ने बीडीओ को जांच हेतु निर्देशित किया।
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