एफ़पीओ प्रोसेसिंग सेंटरों ने बनाई योजना, 25 लाख रुपए का कारोबार करने का रखा लक्ष्य
मंडी। किसान उत्पादक सहकारी सभा-एफ़पीओ द्धारा वर्तमान वित्तवर्ष के लिए अपना व्यवसायिक प्लान धर्मपुर में आयोजित बैठक में तैयार किया है। प्रोसेसिंग सेन्टरों की समन्वय समिति की बैठक प्रभारी रजनी सकलानी की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमें वर्किंग कमेटी के नवनिर्वाचित वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ हरदयाल सिंह गुलेरिया ने सेन्टरों के संचालन के लिए ज़रूरी शर्तों बारे जानकारी दी और उनको अगले एक महीने में पूर्ण करने के लिए दिशा निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि एफ़पीओ द्धारा छह सेन्टरों को एफएसएसएआई प्रमाण पत्र खड्य सुरक्षा अधिनियम की शर्तों के तहत उपलब्ध करवाए हैं जो अपने आप में बड़ी उपलब्धि है लेकिन अब इन्हें निरन्तर कोई न कोई उत्पाद बनाने की योजना तैयार करनी होगी ताकि साल भर कोई न कोई उत्पाद बनता रहे और सेंटर में कार्यरत महिलाओं की आजीविका बढ़ सके। सेन्टरों में इस साल अलग अलग उत्पाद बनाने की योजना तैयार की जिसमें सकोह में कोदरे के लड्डू और मिठाईयां तथा आचार, तड्डून में चटनी समौड़ और खनोउड़ में बर्मी कम्पोस्ट केंचुआ खाद घरवासड़ा में शुगर कन्ट्रोल आटा और हल्दी पाउडर, जोढन में सिरा, बड़ियाँ, सेवइयां इत्यादि फूड प्राडक्ट बरोटी में प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित उत्पाद तथा तनियार में मीलेट्स व अन्य बेकरी उत्पाद औऱ चुख तैयार की जाएंगी।वहीं संधोल में हल्दी का अचार व अन्य उत्पादों को तैयार करके बिक्री किया जायेगा। इसके अलावा डिडणु में आम का अमचूर पाउडर तथा बिंगा में फ्रूट कलेक्शन,ग्रेडिंग और पैकेजिंग सेंटर स्थापित किया जायेगा। इन सभी सेन्टरों के माध्य्म से वर्तमान वित्त वर्ष में 25 लाख रुपये का कारोबार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।
एफ़पीओ के सचिव भुपेन्द्र सिंह ने बताया कि इस वर्ष प्रोसेसिंग सेन्टरों के माध्यम से तैयार किये जा रहे उत्पादों की एक समान पैकिंग करने और मार्केटिंग कार्य को व्यवस्थित तरीके से करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। एफ़पीओ इन सेन्टरों के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार देने के लिए विशेष ध्यान देगी। बैठक में रजनी सकलानी, सरोजनी, वीना, कमला, निर्मला, व्यासा,शर्मिला, रीना, शकुंतला, अरुणा, रेखा, अनिता,शारदा, रीबना, रीता, मंजु, शीला, नगीना, पवना, फूलां, प्रेमलता, प्रमीला, आशा, गीता देवी ने भाग लिया।
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