युवा मतदाताओं को बताई मतदान की उपयोगिता
लखनऊ। नेशनल पीजी कालेज में स्वीप कार्यक्रम के अर्न्तगत मनोविज्ञान विभाग में युवा मतदाताओं के साथ एक परिचर्चा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर देवेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सहयोग से किया गया। परिचर्चा के दौरान प्राचार्य ने युवा मतदाताओं को मतदान की उपयोगिता के बारें में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया मतदान करना हर एक युवा का कर्तव्य है। इस दौरान मतदाता जागरूकता क्लब के नोडल अधिकारी डॉक्टर सुरेंद्र मणि त्रिपाठी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अर्चना सिंह ने युवा मतदाताओं को बताया कि पहले मतदाता की पात्रता आयु 21 वर्ष थी लेकिन 1988 में इसे घटाकर 18 वर्ष कर दिया गया। 1998 के इकसठवें संशोधन विधेयक ने भारत में मतदाता की पात्रता आयु कम कर दी गई है।
इसलिए सभी को शत प्रतिशत मतदान करना है और दूसरों को भी जागरूक करना है। परिचर्चा में महाविद्यालय के अन्य शिक्षक राजनीति विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर जूही श्रीवास्तव, मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अन्नपूर्णा तथा महाविद्यालय के छात्र- छात्राओं ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया। छात्र- छात्राओं ने सार्थक वोट देने के लिए दृढ़ संकल्प लिया।