शिक्षक भर्ती अधिसूचना के बाद भड़का आंदोलन, सचिवालय घेराव करेंगे बर्खास्त शिक्षक
कोलकाता । राज्य सरकार द्वारा शिक्षक नियुक्ति के लिए अधिसूचना जारी होते ही आंदोलन की चिंगारी भड़क उठी है। गुरुवार रात स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) ने पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में कक्षा नौ-दस और 11-12 के लिए सहायक शिक्षकों की भर्ती का अधिसूचना जारी किया। वहीं दूसरी ओर, 2016 की रद्द हुई पैनल के 'योग्य' शिक्षकों ने अब आंदोलन तेज कर दिया है।
इन शिक्षकों ने शुक्रवार को राज्य सचिवालय नवान्न की ओर अर्धनग्न होकर मार्च निकालने का ऐलान किया है। 'योग्य शिक्षक-शिक्षिका अधिकार मंच' के बैनर तले यह विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। मंच के प्रतिनिधि चिन्मय मंडल ने बताया कि शुक्रवार सुबह 11 बजे सियालदह स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा होगा और वहां से नवान्न तक अर्धनग्न रैली निकाली जाएगी। शुक्रवार सुबह से ही स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों की भीड़ जुटने लगी है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल में 2016 के शिक्षक पैनल को रद्द करते हुए राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि 31 मई तक नई भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाए। उसी निर्देश का पालन करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा था कि 30 मई को नोटिफिकेशन प्रकाशित किया जाएगा। एसएससी ने समय पर अधिसूचना तो जारी कर दी, लेकिन इसी के साथ उन शिक्षकों का गुस्सा भी फूट पड़ा, जिन्होंने पहले ही परीक्षा देकर अपनी योग्यता साबित की थी।
प्रदर्शनकारी शिक्षकों का कहना है कि वे एक बार पहले ही चयनित हो चुके हैं, इसलिए दोबारा परीक्षा में बैठना उनके आत्मसम्मान के खिलाफ है। मुख्यमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुकी हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानना ही होगा और सभी को फिर से परीक्षा देनी होगी। लेकिन शिक्षक अपने पुराने पैनल के आधार पर बहाली की मांग पर अड़े हुए हैं।
राज्य सरकार इन शिक्षकों को अन्य विभागों में नियुक्ति देने का भी प्रस्ताव दे चुकी है और मुख्यमंत्री ने धैर्य रखने की अपील की है। बावजूद इसके, शुक्रवार को नवान्न घेराव के जरिए शिक्षकों का गुस्सा खुलकर सामने आने वाला है।
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