सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश
एसटीएफ ने तीन व्यक्ति को किया गिरफ्तार
- भर्ती कराने के नाम पर लेते थे एक से चार लाख रुपये
लखनऊ। एसटीएफ यूपी को प्रादेशिक सेना (टोरीटोरियल आर्मी) में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले तीन व्यक्तियों को फर्जी दस्तावेजों सहित गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। एसटीएफ ने अभियुक्त अजय कुमार पुत्र रामवीर सिंह निवासी ग्राम सैगई थाना मटसेना जिला फिरोजाबाद, कुलवन्त सिंह पुत्र कुलदीप सिंह निवासी जीएमएस रघुनाथपुरा, हरीपुर पाटिल, सम्बा, जम्मू कश्मीर, सुनील कुमार पुत्र रतनलाल सिंह निवासी रखकंगवाल,, सम्बा, साम्बा जम्मू और कश्मीर को गिरफ्तार किया है।
इनके कब्जे से दो आधार कार्ड एक डीएल, तीन एटीएम कार्ड, एक आयुष्मान कार्ड, एक वोटर कार्ड, एक ककूटरचित नियुक्ति पत्र मय लिफाफा, एक गेट पास (मेडीकल टेस्ट), तीन मोबाइल फोन तथा 1630/-रुपए नकद बरामद किया है। एसटीएफ को प्रादेशिक सेना (टोरीटोरियल आर्मी) में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हो नही थी।
इस सम्बन्ध में एसटीएफ की फील्ड इकाई, आगरा इकाई को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था। रविवार को एसटीएफ आगरा टीम आपराधिक अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से भ्रमणशील थी। इसी दौरान ज्ञात हुआ कि सेना में टेरिटोरियल आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले लोग टीपीनगर थाना क्षेत्र हरीपर्वत में मौजूद है, अगर जल्दी किया जाये तो पकड़े जा सकते है, उक्त सूचना पर टीम उक्त स्थान पर पहुंच कर तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि वह अपने साथी रंजीत यादव एवं दीपक कुमार शर्मा के माध्यम से फर्जी नोटिफिकेशन वैकेंसी जारी कराते है। जिसके बाद जम्मू कश्मीर एवं पंजाब क्षेत्र के युवकों को प्रादेशिक सेना (टोरीटोरियल आर्मी) में जीडी पद पर भर्ती कराने के नाम पर उनसे 1-4 लाख रुपए तक दीपक कुमार शर्मा के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कराते है। जिसमें से दीपक शर्मा 30-50 हजार रुपए इनको देता है। अब तक दर्जनों युवको से ठगी कर चुके है। अन्य तथ्यों के सम्बन्ध में छानबीन की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना हरीपर्वत कमिश्नरेट आगरा में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
टिप्पणियां