मासिक धर्म जैविक प्रक्रिया है: डा सुजाता

मासिक धर्म जैविक प्रक्रिया है: डा सुजाता

लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के स्त्री व प्रसूति रोग विभाग में मासिक धर्म स्वच्छता के अवसर पर एक विशेष जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बुधवार को यह आयोजन नोडल ऑफिसर डा सुजाता देव की अध्यक्षता किया गया। इस दौरान उन्होंने बताया की इस कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों व महिलाओं में मासिक धर्म से संबंधित जागरूकता बढ़ाना, स्वच्छता की महत्ता समझाना तथा सामाजिक भ्रांतियों को दूर करना है।

मासिक धर्म कोई शर्म की बात नहीं है यह जैविक प्रक्रिया है जिससे समझना और स्वच्छता बनाए रखना हर लड़की व महिला का अधिकार है। व इस वर्ष की थीम टूगेदर फॉर पीरियड फ्रेन्डली वर्ड,है इसी सोच को सशक्त करते हुए प्रोफेसर डॉ. सुजाता देव, प्रोफेसर डॉ. रेखा सचान, प्रोफेसर डॉ. मोना आसानी, डॉ.स्मृति अग्रवाल,डॉ. वंदना सोलंकी एवं डॉ. मोनिका अग्रवाल जानकारी दी। इस कार्यक्रम में लगभग 250-300 मरीजों,रिश्तेदारों व छात्र व छात्राओ ने बढ़ छड़कर हिस्सा लिया। नर्सिंग स्टाफ,काउंसलर सौम्या सिंह उपस्थिति और सहयोग ने कार्यक्रम के सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका बनी।  

इस दौरान पोस्टर प्रतियोगिता, जिसमें छात्राओं ने मासिक धर्म से संबंधित सशक्त संदेशों को कलात्मक रूप से प्रस्तुत किया, बर्ड्स एक्टिविटी, जिसमें मासिक धर्म चक्र को रंगीन मोतियों द्वारा सरल रूप में समझाया गया,नुक्कड़ नाटक, नर्सिंग छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसने समाज में फैली मासिक धर्म से जुड़ी रूढ़ियों को उजागर किया और जागरूकता का संदेश दिया।

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